अब यूपी में बनेगा iPhone! फॉक्सकॉन इस शहर में तलाश रही जमीन, बनाएगी दूसरा सबसे बड़ा प्लांट
चीन में ट्रंप के टैरिफ बढ़ाए जाने के चलते वहां प्रोडक्शन करने वाली कंपनियां अब भारत का रुख कर रही हैं. इसी कड़ी में Apple की सबसे बड़ी सप्लायर फॉक्सकॉन अब भारत में अपना एक और प्लांट लगाने वाली है. ये बेंगलुरु के प्लांट से भी बड़ा होने की उम्मीद है. ऐसे में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग अब यूपी में हो सकेगी.

Foxconn in UP: यूएस-चीन के टैरिफ वॉर का फायदा भारत को मिलेगा, इसकी झलक अभी से दिखने लगी है. Apple की सबसे बड़ी सप्लायर Foxconn भारत में एक और प्लांट लगाने की तैयारी में है. ताइवान की इस कंपनी ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के पास 300 एकड़ जमीन खरीदने की योजना बनाई है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह उत्तर भारत में फॉक्सकॉन का पहला प्लांट होगा, जो बेंगलुरु में प्रस्तावित प्लांट से भी बड़ा होने की उम्मीद है. ऐसा माना जा रहा है कि यूपी के इस प्लांट की शुरुआत से चीन में बनने वाला iPhone अब यूपी में बन सकेगा.
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब फॉक्सकॉन और Apple चीन पर लगे टैरिफ से बचने के लिए भारत में अपनी सप्लाई चेन को मजबूत करने पर विचार कर रही है. हालांकि, इस प्लांट में क्या बनाया जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है. प्लांट को लेकर सरकार के साथ बातचीत जारी है.
कहां होगा प्लांट?
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक यह नया प्लांट HCL और फॉक्सकॉन के उस 50 एकड़ के सेमीकंडक्टर असेंबली प्लांट के करीब होगा, जिसके लिए राज्य सरकार ने जेवर हवाई अड्डे के पास जमीन दी थी. मार्च में खबर के अनुसार भारत सरकार अपने सेमीकंडक्टर मिशन के तहत अगले चरण की परियोजनाओं को मंजूरी देने की तैयारी में है. ऐसे में फॉक्सकॉन का ये फैसला देश की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाने और ग्लोबल टेक इंडस्ट्री में भारत की स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा.
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दोगुना होगा iPhone बनाने का लक्ष्य
फॉक्सकॉन भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने में लगा हुआ है. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन भारत में अपने प्लांट से 25-30 मिलियन आईफोन बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जो पिछले साल के उत्पादन से दोगुना है. पिछले वर्ष अपनी भारत यात्रा के दौरान फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ने कहा था कि उनका लक्ष्य भारत में अगले चरण में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन, ऊर्जा और डिजिटल स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में प्रोडक्शन करना है.
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