ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर शिकार बना रहे साइबर अपराधी, ज्यादा रिटर्न की लालच में लोग गंवा रहे पैसा; ऐसे बचें

पंचकुला के रहने वाले 44 वर्षीय व्यक्ति से ऑनलाइन ट्रेडिगं स्कैम के जरिए साइबर फ्राड किया गया. ठगों ने फेसबुक विज्ञापन और WhatsApp के जरिये उसे नकली ट्रेडिंग एप पर पैसे जमा करवाए. पीड़ित ने करीब 8 लाख रुपये निवेश किए लेकिन खाते से निकासी रोक दी गई.

ऑनलाइन ट्रेडिगं के नाम पर साइबर फ्राड की घटना बढ़ रही है. Image Credit: Canva/ Grok

Online Trading Scam: ऑनलाइन ट्रेडिंग साइबर अपराधियों का मुख्य हथियार बनता जा रहा है. आए दिन ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से फ्रॉड हो रहे है. ज्यादा रिटर्न का लालच दिखाकर अपराधी आसानी से लोगों को ठग रहे है. ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पंचकुला से आया है जहां पर ऑनलाइन ट्रेडिंग के झांसे में आकर एक व्यक्ति 8 लाख रुपये गवा बैठा. पंचकुला इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 के रहने वाले 44 वर्षीय पीड़ित ने साइबर पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज कराई है. ठगों ने फेसबुक विज्ञापन के जरिए व्यक्ति को फंसाया और फिर उसे व्हाट्सएप ग्रुप में जोडकर नकली एप पर पैसे जमा करवाए. जब उसने पैसा निकालना चाहा तो उसका खाता ब्लॉक कर दिया गया.

फेसबुक विज्ञापन से शुरू हुआ खेल

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित ने 7 मार्च को फेसबुक पर एक ट्रेडिंग विज्ञापन देखा और लिंक पर क्लिक कर दिया. इसके बाद उसे 114 स्टेट स्ट्रीट ग्लोबल इक्विटी इन्वेस्टमेंट एलीट नामक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड लिया गया. बाद में 18 मार्च को एक और विज्ञापन पर क्लिक करने पर वह 9upmarketwizards नामक दूसरे ग्रुप में भी शामिल कर लिया गया.

नकली एप पर जमा करवाए रुपये

दोनों ग्रुप्स से मिले निर्देश पर पीड़ित को एक एप डाउनलोड कराई गई. वहां उसे ट्रेडिंग के नाम पर पैसे जमा करने को कहा गया. पीड़ित ने अलग अलग तारीखों पर कुल 8 लाख रुपये इन एप्स में जमा कर दिए. 28 मार्च को जब पीडित ने पैसे निकालने की कोशिश की तो उसका खाता फ्रीज कर दिया गया. अगले ही दिन ग्रुप की तरफ से और पैसे जमा करने की मांग की गई. तभी पीड़ित को समझ आया कि वह ठगी का शिकार हो गया है.

ये भी पढ़ें- चीन के नक्शेकदम पर नेपाल, Facebook-Whatsapp समेत 23 सोशल मीडिया पर लगाया बैन; जानें वजह

साइबर पुलिस ने दर्ज किया मामला

साइबर क्राइम पुलिस ने इस घटना पर कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है. यह केस बीएनएस की धारा 316(2), 318(4) और 61 के तहत दर्ज किया गया है. पुलिस अब ठगों का पता लगाने में जुट गई है.

ठगी से कैसे बचे

  • सोशल मीडिया विज्ञापन पर भरोसा न करे फेसबुक या अन्य प्लेटफार्म पर दिखने वाले ट्रेडिंग ऑफर और ग्रुप से दूरी बनाए रखे.
  • अनजान एप पर पैसे जमा न करे केवल मान्यता प्राप्त और रजिस्टर्ड ट्रेडिंग एप्स का ही उपयोग करे.
  • लाभ के लालच में न फंसे कम समय में ज्यादा मुनाफे का वादा करने वाले ऑफर अक्सर धोखाधडी होते है.
  • संदेह होने पर तुरंत रिपोर्ट करे साइबर हेल्पलाइन 1930 या साइबरक्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराए.