अब AI से शेयर होंगे फोटो! खुद करेगा पहचान, Koo के को-फाउंडर ने लॉन्च किया PicSee, जानें खायियत

अब फोटो शेयर करने का झंझट खत्म होने जा रहा है. क्योंकि Koo के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऐप PicSee लॉन्च किया है, जो बिना किसी मेहनत के दो लोगों के बीच फोटो अपने आप शेयर कर देता है. आइए जानते हैं क्या है यह साथ ही क्या है इसकी खासियत.

पिक्सी

AI Photo Sharing App: फोटो शेयर करने का झंझट अब खत्म होने जा रहा है. Koo के को-फाउंडर मयंक बिदावतका (Mayank Bidawatka) ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ऐप PicSee लॉन्च किया है, जो बिना किसी मेहनत के दो लोगों के बीच फोटो अपने आप शेयर कर देता है. यह ऐप उनके नए कंज्यूमर टेक वेंचर Billion Hearts के तहत पेश किया गया है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है यह साथ ही इसकी खासियत क्या है.

क्या है PicSee ऐप?

PicSee एक AI-पावर्ड म्यूचुअल फोटो शेयरिंग ऐप है. इसका मतलब यह है कि अगर दो लोग एक-दूसरे को एक बार अप्रूवल दे देते हैं, तो उनके स्मार्टफोन के बीच अपने आप उन फोटोज का शेयरिंग हो जाता है, जिनमें वे एक-दूसरे के साथ नजर आते हैं.

खास बात ये है कि यह ऐप फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है, यानी यह यूजर की गैलरी को स्कैन करके पहचान लेता है कि किस फोटो में कौन व्यक्ति है और उसी हिसाब से उस व्यक्ति को फोटो शेयर करने का इनवाइट भेजता है.

कौन यूज कर पाएगा ये ऐप और कितना लगेगा चार्ज ?

PicSee ऐप Android और iPhone दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है. फिलहाल यह ऐप फ्री है, लेकिन कंपनी फ्यूचर में इसमें प्रीमियम फीचर्स के साथ सब्सक्रिप्शन मॉडल अपनाने की योजना बना रही है.

कैसे काम करता है PicSee?

PicSee के काम करने का तरीका पूरी तरह AI और प्राइवेसी-केंद्रित है. यह यूजर की फोटो गैलरी स्कैन करके उनके दोस्तों की पहचान करता है और अपने आप पर्सनलाइज्ड इनवाइट भेजता है. जब दोनों लोग कनेक्शन को मंजूरी दे देते हैं, तो यह ऐप उन सभी फोटोज को अपने आप शेयर कर देता है, जिनमें वे एक-दूसरे के साथ होते हैं. यूजर्स को हर फोटो शेयर होने से पहले 24 घंटे की रिव्यू विंडो दी जाती है, ताकि वे तय कर सकें कि कौन सी तस्वीर भेजनी है और कौन सी नहीं. यानी हर तस्वीर यूजर की मंजूरी से ही आगे बढ़ती है.

PicSee बैकग्राउंड में लगातार काम करता रहता है. जैसे ही कोई नया फोटो खींचा जाता है जिसमें कोई दोस्त शामिल हो, ऐप उसे पहचानता है और सुझाव देता है कि उस व्यक्ति से वह फोटो शेयर करें.

क्या बनाता है PicSee को अलग?

PicSee का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी प्राइवेसी-फर्स्ट आर्किटेक्चर है. कंपनी के मुताबिक, इस ऐप की खास बातों में,

  • सभी फोटो यूजर के डिवाइस पर ही रहते हैं.
  • फोटो ट्रांसफर के दौरान पूरी तरह एन्क्रिप्टेड होते हैं.
  • PicSee के कर्मचारी भी यूजर की तस्वीरें नहीं देख सकते.
  • ऐप में स्क्रीनशॉट्स डिसेबल हैं.
  • यूजर किसी भी समय शेयर की गई तस्वीर वापस ले सकता है.

अब तक कैसा रहा परफॉर्मेंस?

PicSee को जुलाई 2025 में सॉफ्ट लॉन्च किया गया था. तब से लेकर अब तक यह ऐप बिना किसी पेड प्रमोशन के यूजर रेफरल्स के जरिए तेजी से फेमस हुआ है. खास बात ये है कि ऐप के यूजर्स 27 देशों और 160 से ज्यादा शहरों में फैले हैं. सिर्फ दो महीनों में ऐप की यूजर एडॉप्शन 75 गुना बढ़ी है.अब तक 1.5 लाख से ज्यादा फोटोज इस ऐप के जरिए शेयर की जा चुकी हैं. कंपनी का यह भी दावा है कि अब 30% यूज़र्स के पास PicSee पर अपने से ज्यादा तस्वीरें हैं, जितनी उनके खुद के कैमरा गैलरी में थीं.

कौन है Billion Hearts के पीछे?

Billion Hearts Software Technologies की स्थापना मयंक बिदावतका ने 2024 में की थी, इसे ठीक कुछ महीनों बाद जब Koo बंद हो गया था. बता दें, Koo कभी भारत में X का ऑप्शन माना जाता था, लेकिन इन्वेस्टर्स से अधिग्रहण की बातचीत फेल होने के बाद यह प्लेटफॉर्म फंड की कमी के चलते बंद हो गया.

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