इस बार धनतेरस पर कितने में मिलेगा चांदी और सोने का सिक्का, जानें पिछले साल से कितनी ज्यादा रहेगी कीमत

धनतेरस और दिवाली पर सोना-चांदी खरीदना भारतीय परंपरा का अहम हिस्सा है, लेकिन इस बार खरीदारों को कीमतों का झटका लग सकता है. पिछले साल के मुकाबले इस साल सोने की कीमत 48,000 रुपये से ज्यादा है और चांदी भी रिकॉर्ड स्तर पर है. अगर आप इस शुभ मौके पर खरीदारी का मन बना रहे हैं, तो चलिए जानते हैं इस बार आपको कितना एक्स्ट्रा पैसा चुकाना होगा.

सोने चांदी के सिक्के

हर साल धनतेरस और दिवाली पर भारतीय घरों में सोने और चांदी के सिक्कों की खरीदारी का रिवाज है. पिछले साल भी परिवारों ने इन शुभ अवसरों पर खरीदारी किया था. इस साल भी यह परंपरा जारी है, लेकिन 2025 में गोल्ड और सिल्वर की कीमतें पिछले साल के मुकाबले काफी ऊंची चल रही हैं. इसका मतलब है कि अगर आप इस बार धनतेरस पर गोल्ड या सिल्वर के सिक्के खरीदने का सोच रहे हैं, तो आपको ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कितना ज्यादा.

पिछले साल कितने में मिल रहा था सोना और चांदी?

पिछले साल धनतेरस 2024 (29 अक्टूबर) को 24 कैरेट गोल्ड का रेट 78,804 रुपये प्रति 10 ग्राम था. वहीं चांदी भी उस वक्त करीब 97,000 रुपये प्रति किलो के आसपास ट्रेड हो रही थी. उस वक्त गोल्ड और सिल्वर दोनों ही मिड-लेवल पर थे.

सोने के सिक्के की कीमतें

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 16 अक्टूबर 2025 को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,27,974 रुपये प्रति 10 ग्राम है. यह केवल बेस रेट है, जिसमें जीएसटी या दूसरे चार्ज शामिल नहीं हैं. जब आप ज्वैलर्स की दुकान पर जाएंगे तो गोल्ड के सिक्के पर फाइनल प्राइस में 3 फीसदी GST जुड़ जाएगा. यानी कुल कीमत लगभग 1,31,800 रुपये के आसपास पड़ सकती है. इस तरह सिर्फ एक साल में सोने की कीमतों में करीब 48,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का उछाल आया है.

आमतौर पर, सोने के सिक्के 1 ग्राम, 2 ग्राम, 5 ग्राम, 10 ग्राम, 25 ग्राम और 50 ग्राम के वजन में बेचे जाते हैं. ऐसे में अगर आप इन वजन के सिक्के खरीदने जाते हैं, तो उनकी कीमत मौजूदा दर यानी 1,27,974 रुपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से तय होगी.

कितनी बढ़ी चांदी के सिक्के की कीमत

वहीं चांदी की कीमत 16 अक्टूबर 2025 को 1,63,887 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गई है. पिछले साल यह दर 97,000 से 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थी. यानी चांदी ने भी एक साल में लगभग 65,000 रुपये प्रति किलो की छलांग लगाई है. जब आप चांदी का सिक्का खरीदेंगे, तो आपको मौजूदा रेट के साथ 3 फीसदी GST देना होगा.

चांदी के बुलियन सिक्कों को आमतौर पर ट्रॉय औंस में मापा जाता है. इनमें सबसे लोकप्रिय वजन 1 ट्रॉय औंस का सिक्का होता है. एक ट्रॉय औंस, एक एवोरडुपॉइज (मानक) औंस से थोड़ा भारी होता है. जहां एक ट्रॉय औंस 31.07 ग्राम के बराबर होता है, वहीं एक एवोरडुपॉइज औंस लगभग 28 ग्राम के बराबर होता है. इस हिसाब से अगर आप चांदी का सिक्का खरीदने जाते हैं, तो उसकी कीमत मौजूदा दर 1,63,887 रुपये प्रति किलोग्राम के अनुसार तय होगी.

राहत की बात यह है कि सोने और चांदी के सिक्कों पर मेकिंग चार्ज नहीं लगता, जैसा कि ज्वेलरी पर लगता है.

क्यों बढ़ीं चांदी और सोने की कीमतें?

वैश्विक बाजार में तेजी: इस साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है. सोना पहली बार 4,000 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर गया है. महंगाई, भू-राजनीतिक तनाव और निवेशकों की सुरक्षित विकल्पों की तलाश ने इस रैली को बढ़ावा दिया है.
त्योहारी और शादी सीजन की डिमांड: धनतेरस और दिवाली के अलावा आने वाले शादी सीजन में भी सोने और चांदी की मांग बढ़ जाती है. एक्सपर्ट का कहना है कि ऊंचे दामों के बावजूद लोग निवेश और पारिवारिक समारोहों के लिए खरीदारी कर रहे हैं.
सप्लाई की कमी, खासकर चांदी में: घरेलू बाजार में चांदी की फिजिकल सप्लाई घट गई है. कम से कम चार म्यूचुअल फंड हाउस ने अपने Silver ETF Fund of Fund (FoF) में नई इनवेस्टमेंट्स रोक दी हैं. टाटा म्यूचुअल फंड ने कहा कि डोमेस्टिक मार्केट में फिजिकल सिल्वर की कमी और अंतरराष्ट्रीय दामों के मुकाबले घरेलू प्रीमियम बढ़ने की वजह से यह कदम उठाया गया है.

इसे पढ़ें- UK ने भारत की नायरा एनर्जी और रूस की 90 कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध, यूक्रेन वार फंडिंग रोकने का दावा