Zomato की पैरेंट कंपनी इटर्नल का मुनाफा 77 फीसदी गिरा, फर्म ने 2 सर्विस बंद करने का किया ऐलान

Eternal (Zomato) Q4 Results: मार्च में खुद को 'इटर्नल' ब्रांड के रूप में पेश करने वाली कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में 175 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था. जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 77.71 फीसदी की गिरावट दर्ज की है.

इटर्नल का मुनाफा घटा. Image Credit: Getty image

Eternal (Zomato) Q4 Results: जोमैटो और ब्लिंकिट ब्रांड की पैरेंट कंपनी इटर्नल ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 39 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है. मार्च में खुद को ‘इटर्नल’ ब्रांड के रूप में पेश करने वाली कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में 175 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था. कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि मार्च तिमाही, दिसंबर तिमाही एवं और वित्त वर्ष के नतीजों की तुलना अन्य अवधियों के साथ नहीं की जा सकती है. जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 77.71 फीसदी की साल-दर-साल (YoY) गिरावट दर्ज की. इन तीन महीनों के दौरान मुनाफा पिछले वर्ष की इसी अवधि के 175 करोड़ रुपये के मुकाबले घटकर 39 करोड़ रुपये रह गया.

रेवेन्यू में बढ़ोतरी

दीपिंदर गोयल के नेतृत्व वाली फर्म का जनवरी-मार्च तिमाही में ऑपरेशनल रेवेन्यू 5,833 करोड़ रुपये था. नियामकीय सूचना से पता चला कि एक साल पहले की अवधि में यह 3,562 करोड़ रुपये था. हालांकि, मार्च तिमाही के दौरान इटर्नल का कुल खर्च 6,104 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, इटर्नल के क्विक सप्लाई कारोबार ब्लिंकिट के कारोबार में इस दौरान घाटे में बढ़ोतरी देखने को मिली.

जोमैटो क्विक और एवरीडे बंद

शेयरधारकों को लिखे पत्र में इटर्नल ने बताया कि वह जोमैटो क्विक और एवरीडे कारोबार को बंद कर रही है, क्योंकि उसे ग्राहक अनुभव से समझौता किए बिना मुनाफे का रास्ता नहीं दिख रहा है. कंपनी ने यह भी पाया कि मौजूदा रेस्टोरेंट डेंसिटी और किचन का इंफ्रास्ट्रक्चर 10 मिनट में ऑर्डर डिलीवर करने के लिए तैयार नहीं है, जिससे ग्राहक अनुभव खराब हो रहा है.

क्यों कम हुआ मुनाफा?

चौथी तिमाही के प्रदर्शन पर विचार करते हुए, इटर्नल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अक्षंत गोयल ने कहा कि मुनाफे के मोर्चे पर, कंसोलिडेटेड समायोजित EBITDA में साल-दर-साल 15 फीसदी की गिरावट आई और यह Q4 FY25 में 165 करोड़ रुपये रहा, जिसका मुख्य कारण क्विक कॉमर्स स्टोर नेटवर्क के विस्तार में किए गए निवेश हैं, जिसकी आंशिक भरपाई फ़ूड डिलीवरी समायोजित EBITDA मार्जिन में सुधार से हुई.

ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींडसा ने क्विक कॉमर्स बिजनेस के पीछे के कारणों पर विस्तार से चर्चा की, जिसमें तिमाही-दर-तिमाही आधार पर समायोजित EBITDA घाटे में बढ़ोतरी दर्ज की गई.

ड्राइविंग की सीट पर लौटे दीपिंदर

इटर्नल के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने बताया कि वे फूड डिलीवरी के सीईओ के रूप में ड्राइविंग की सीट पर वापस आ गए हैं. राकेश रंजन ने अपना दो साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, क्योंकि फर्म रोटेशनल लीडरशिप के मॉडल का पालन करती है और व्यवसाय में नए दृष्टिकोण लाने के लिए इंटरनल फेरबदल करती है. दीपिंदर ने कहा कि फिलहाल मैं ड्राइविंग की सीट पर वापस आ गया हूं.

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