सोने ने फिर बनाया रिकॉर्ड, चांदी की कीमत भी ऑलटाइम हाई पर; जानें क्या है नया भाव
मंगलवार, 16 सितंबर को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना और चांदी, दोनों की कीमत में जोरदार उछाल दर्ज किया गया. इसी के साथ दोनों ही धातुओं की कीमत नए शिखर पर पहुंच गए हैं. डॉलर की कमजोरी, फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की उम्मीद और जियोपॉलिटिकल टेंशन ने निवेशकों को सेफ ऑप्शन के रूप में सोने की ओर आकर्षित किया है.

Gold and Silver Rate Today: सोने की कीमतों में मंगलवार, 16 सितंबर को जबरदस्त उछाल देखने को मिला. दिल्ली सर्राफा बाजार में गोल्ड 10 ग्राम पर 1,800 रुपये चढ़कर 1,15,100 रुपये के नए शिखर पर पहुंच गया. वहीं चांदी भी 570 रुपये उछलकर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. मालूम हो कि सोने की कीमत में ये बढ़ोतरी पिछले कुछ दिनों से लगातार देखने को मिल रही है. वहीं, चांदी की कीमत में भी रोज नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहे हैं. सवाल ये है कि आखिर सोने-चांदी के भाव में ऐसी तेजी आ क्यों रही है.
क्यों बढ़ रहा सोने का भाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की यह तेजी अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों की वजह से आई है. डॉलर इंडेक्स लगातार गिर रहा है और यह 10 हफ्तों के निचले स्तर पर आ गया है. यही कारण है कि निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की तरफ रुख कर रहे हैं. HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के मुताबिक, “कमजोर डॉलर और फेडरल रिजर्व से दरों में कटौती की उम्मीदों ने सोने को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है.”
स्थानीय बाजार का हाल
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना 1,800 रुपये बढ़कर 1,14,600 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया (सभी टैक्स सहित). पिछले कारोबारी दिन में यह 1,13,300 रुपये पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 570 रुपये उछलकर 1,32,870 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी
विदेशी बाजारों में भी सोने-चांदी की कीमतों में तेजी बनी हुई है. स्पॉट गोल्ड का भाव बढ़कर 3,698.94 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस हो गया. वहीं स्पॉट सिल्वर 0.10 फीसदी बढ़कर 42.72 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. LKP Securities के VP (Commodity & Currency Research) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “फेडरल रिजर्व के डोविश (सकारात्मक) रुख और अमेरिका-भारत-चीन के बीच व्यापार समझौते की उम्मीदों ने निवेशकों को लंबे समय तक सोने में निवेशित रखा है.”
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर नजर
निवेशकों की नजर अब फेडरल रिजर्व की दो दिनी बैठक पर है, जिसमें ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा होता है तो यह दिसंबर के बाद पहली बार होगा जब अमेरिका दरों में कमी करेगा. बाजार को भरोसा है कि यह दर कटौती का सिलसिला अगले साल तक जारी रह सकता है. Augmont Research की हेड रेनीशा चैनानी ने कहा, “फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग और चेयरमैन जेरोम पॉवेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाजार को भविष्य की दिशा का अंदाजा लगेगा. इसके अलावा, अमेरिका के औद्योगिक उत्पादन और रिटेल सेल्स के आंकड़े भी निवेशकों की नजर में होंगे.”
सोने की ओर क्यों भाग रहे निवेशक?
विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल स्तर पर जियो-पॉलिटिकल टेंशन और टैरिफ विवादों ने सोने को सुरक्षित निवेश का विकल्प बना दिया है. Abans Financial Services के सीईओ चिंतन मेहता का कहना है, “ऐसे हालात निवेशकों को सोने की ओर खींच रहे हैं और यही वजह है कि इसकी कीमत लगातार नई ऊंचाई छू रही है.”
ये भी पढ़ें- GST: सरकार ने रिटेलर्स के लिए जारी की गाइडलाइंस, कहा- बिल पर लिखें कितना सस्ता हुआ सामान
Latest Stories

JSW Paints को CCI से मिली मंजूरी, Akzo Nobel India में खरीदेगी मेजॉरिटी हिस्सेदारी; ₹12,915 करोड़ में होगी डील

IPO की तैयारी में जुटी Simple Energy ने बनाया भारत का पहला Rare Earth-Free EV मोटर

नितिन कामथ ने बताया कैसे 10 लाख में खड़ी की 30 हजार करोड़ की जेरोधा, नहीं लिया 1 रुपये का भी कर्ज
