फिर महंगा हुआ सोना, पार किया 1 लाख रुपये का स्तर, चांदी भी रिकॉर्ड हाई पर
13 जून, शुक्रवार को भी सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी रहा. लगातार तीसरे दिन उछाल के साथ सोना 2200 रुपये महंगा होकर 1,01,540 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया. इस बढ़त के पीछे इजरायल-ईरान तनाव, वैश्विक अस्थिरता और सुरक्षित निवेश की ओर निवेशकों का रुझान प्रमुख कारण रहे.

Gold and Silver Rate Today: सोने के भाव में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. शुक्रवार, 13 जून को भी यहीं दिखा. सोने का भाव लगातार तीसरे दिन बढ़त दर्ज करते हुए 2,200 रुपये प्रति 10 ग्राम उछल गया. उछला के बाद नई कीमत 1,01,540 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई जो अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तरों में से एक है. इस उछाल के पीछे प्रमुख कारण इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव बताए जा रहे हैं, जिससे निवेशकों ने सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मानते हुए खरीदी बढ़ा दी.
कितनी बढ़ी कीमतें?
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को 1,900 रुपये की बढ़त के साथ 1,00,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा. इससे पहले 22 अप्रैल को सोना 1,800 रुपये की तेजी के साथ 1,01,600 रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा था. सोने के भाव के साथ चांदी की कीमतों में भी उछाल देखने को मिला. शुक्रवार को चांदी 1,100 रुपये की तेजी के साथ फिर से 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई. इसी हफ्ते सोमवार को भी यह स्तर छुआ गया था.
MCX पर क्या रहा हाल?
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर अगस्त डिलीवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स 2,011 रुपये की छलांग लगाकर 1,00,403 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. हालांकि बाद में इसमें थोड़ी गिरावट आई और यह 99,906 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था.
क्यों आई तेजी?
Mehta Equities के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री के मुताबिक, इजरायल की ओर से ईरान पर किए गए सैन्य हमले ने मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ा दिया है. इससे दुनिया भर के निवेशकों में डर का माहौल बन गया है और वे सोने जैसे सुरक्षित विकल्प की तरफ रुख कर रहे हैं. साथ ही, अमेरिका में व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता और राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से टैरिफ को लेकर दिए गए सख्त संकेतों ने भी निवेशकों को रिस्क से दूर किया.
कमजोर महंगाई डेटा के चलते अब बाजार में यह उम्मीद भी बढ़ रही है कि फेडरल रिजर्व जल्द ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे सोने की मांग और बढ़ सकती है. Kotak Securities की AVP-Commodity Research कायनात चैनवाला ने कहा कि अब निवेशकों की नजर अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन की कंज्यूमर सेंटिमेंट रिपोर्ट पर है, खासतौर से उसमें शामिल इंफ्लेशन एक्सपेक्टेशन डेटा पर. इससे सोने की कीमतों और मौद्रिक नीति के रुख को लेकर और संकेत मिल सकते हैं.
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