Operation Sindoor के दौरान आसमान से आग बरसाने वाले 6 वीर योद्धाओं को गैलेंट्री अवार्ड, इनकी बदौलत घुटने पर आ गया था पाक
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से आतंकवाद को करारा जवाब दिया. 7 मई 2025 को शुरू यह अभियान पहलगाम हमले का बदला था, जिसमें 26 लोग मारे गए. सेना और वायुसेना के छह वीर अफसरों को वीर चक्र मिला.केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर सहित रक्षा बलों के वीरता पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित के लिए एक गैजेट नोटिफिकेशन जारी की है. 22 मिनट में नौ आतंकी ठिकाने तबाह किए. यह कहानी भारत की सैन्य ताकत और जवानों की बहादुरी की गाथा है.

Vir Chakra Winners 2025: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवाद को करारा जवाब दिया. 7 मई 2025 को शुरू हुआ यह अभियान पहलगाम हमले का बदला था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. भारतीय सेना और वायुसेना के छह वीर अफसरों को अद्भुत साहस के लिए उन्हें वीर चक्र मिला. केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर सहित रक्षा बलों के वीरता पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित के लिए एक गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया है. इस ऑपरेशन ने नौ आतंकी ठिकानों को चंद मिनटों में तबाह कर दिया. यह कहानी भारत की सैन्य ताकत और जवानों की बहादुरी की गाथा है, जो आतंक के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं.
वीर चक्र पुरस्कार पाने वाले अधिकारी
कर्नल कोशांक लांबा, 302 मीडियम रेजिमेंट (भारतीय सेना) – कर्नल लांबा को वीर चक्र दिया गया है. उन्होंने बेहतरीन नेतृत्व और बहादुरी दिखाई. उन्होंने विशेष उपकरण की पहली एयर मोबिलाइजेशन में सफलता जुटाई. उनकी मदद से ऑपरेशन के लिए संसाधन समय पर और गुप्त रूप से पहुंचाए गए.
लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट, 1988 (इंडिपेंडेंट) मीडियम बैटरी (भारतीय सेना) – कर्नल बिष्ट ने बहादुरी, नेतृत्व और ऑपरेशनल कौशल दिखाया. उनके निर्देशन में आतंकवादी कैंप पूरी तरह नष्ट हुए.
वायु सेना के बहादुर पायलट
ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिधू (भारतीय वायु सेना) – उन्होंने जटिल निशानों पर सफल स्ट्राइक की. उन्हें वीर चक्र साहस और बहादुरी के लिए दिया गया.
ग्रुप कैप्टन अनिमेष पटनी (भारतीय वायु सेना) – SAM स्क्वाड्रन के कमांडर पटनी ने दुश्मनों के खिलाफ हमला कर शत्रुओं की क्षमताओं पर प्रहार किया, जिससे स्क्वाड्रन को कोई नुकसान हुए बिना ही सफलता मिली.
मिशन में साहसी उड़ान
स्क्वाड्रन लीडर रिजवान मलिक (भारतीय वायु सेना) – मध्यरात्रि में कठिन मिशन पर गए. उन्होंने दुश्मनों के रक्षा प्रणाली को मात दी और निशानों पर सही वार किया.
स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह (भारतीय वायु सेना) – तीन विमान का नेतृत्व कर निशाने पर सटीक वार किया. उन्होंने उन्नत हवाई रक्षा प्रणालियों को पार किया.
ऑपरेशन सिंदूर
Operation Sindoor भारत ने 7 मई को जम्मू-कश्मीर में पहलगाम हमले के जवाब में शुरू किया. पहलगाम हमले में 26 आम नागरिक मरे थे. यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ एक नया कदम था जो सक्रिय रूप से विदेशी समर्थित खतरों को खत्म करने के लिए था. इस अभियान में गुप्त और सटीक हमला किया गया.
22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया गया. इन ठिकानों में पाकिस्तान और Pakistan-occupied Jammu and Kashmir शामिल थे. भारतीय सेना ने बनाये Made-in-India हथियारों, Rafale, Su-30MKI, और BrahMos मिसाइलों का इस्तेमाल किया. ISRO के उपग्रहों ने निगरानी में मदद की.
दुश्मन की प्रतिक्रिया और सेना की सफलता
पाकिस्तान ने ड्रोन, तोपखाना और मिसाइलों से जवाब दिया. लेकिन भारत के S-400 और आकाश सुरक्षा सिस्टम ने उन्हें रोक दिया. भारतीय वायु सेना ने छह पाकिस्तान एयर फोर्स लड़ाकू विमान, दो प्रमुख विमान, दस से अधिक ड्रोन, एक सी-130 परिवहन विमान और कई क्रूज मिसाइलें तबाह कीं. ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. 5 मई से 10 मई तक यह संघर्ष चला. 10 मई की दोपहर पाकिस्तान ने भारी नुकसान के कारण युद्ध विराम का अनुरोध किया.
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