Steelbird के आगे Studds छोटी मछली या बड़ा शार्क? रेवेन्यू, प्रॉफिट और हेलमेट बाजार का कौन है डार्क हॉर्स

भारत के हेलमेट बाजार में दो नाम सबसे आगे हैं, स्टीलबर्ड और स्टड्स. अब जब स्टड्स अपना 455 करोड़ रुपये का IPO लेकर आ रही है, सवाल उठता है कि क्या स्टड्स वाकई स्टीलबर्ड से बड़ी कंपनी है? आइए जानें दोनों कंपनियों की आय, मुनाफे और बाजार पकड़ के आधार पर कौन है असली दिग्गज.

हेलमेट की दुनिया में कौन बड़ा खिलाड़ी Image Credit: FreePik

Studds VS Steelbird: देश में टू-व्हीलर की बढ़ती संख्या के साथ हेलमेट का बाजार भी तेजी से बढ़ा है. इस क्षेत्र की दो बड़ी कंपनियां- स्टड्स एक्सेसरीज लिमिटेड (Studds Accessories Ltd) और स्टीलबर्ड हाई-टेक इंडिया लिमिटेड (Steelbird Hi-tech India Ltd) आज भारतीय हेलमेट बिजनेस की सबसे चर्चित कंपनियां हैं. अब जब स्टड्स एक्सेसरीज 30 अक्टूबर 2025 को अपना IPO लेकर आ गई है, निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि इन दोनों कंपनियों में असली विजेता कौन है? कौन सी कंपनी मुनाफे और बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से ज्यादा मजबूत स्थिति में खड़ी है?

स्टड्स एक्सेसरीज का दमदार प्रदर्शन

स्टड्स एक्सेसरीज का 455.49 करोड़ रुपये का बुक-बिल्ट IPO 30 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक खुलेगा. यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, यानी कंपनी को इस इश्यू से कोई नया इक्विटी निवेश नहीं मिलेगा, बल्कि मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 7 नवंबर 2025 को BSE और NSE पर होने की उम्मीद है.

वित्तीय साल 2025 में कंपनी ने 595.89 करोड़ रुपये की कुल आय दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 11 फीसदी अधिक रही. वहीं इसका प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 22% उछलकर 69.64 करोड़ रुपये पहुंच गया. FY24 में यह आंकड़ा 57.23 करोड़ रुपये था.

कंपनी की EBITDA मार्जिन भी बेहतर होकर 17.96 फीसदी रही, जो पिछले साल 16.83 फीसदी थी. यह सुधार हेलमेट की मजबूत मांग और Studds व SMK ब्रांड्स के अच्छे प्रदर्शन की वजह से आया. कंपनी की नेटवर्थ 449.48 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है और कुल परिसंपत्तियां 556.71 करोड़ रुपये के स्तर पर हैं.

इन आंकड़ों से साफ है कि स्टड्स एक्सेसरीज अपने प्रोडक्ट में इनोवेशन और कॉस्ट कंट्रोल के जरिए मजबूत वित्तीय स्थिति बनाए हुए है.

Studds Accessories Ltd IPO का प्रदर्शन

स्टड्स एक्सेसरीज का आईपीओ निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय साबित हो रहा है. आईपीओ को अब तक कुल 4.65 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. रिटेल निवेशकों ने सबसे ज्यादा रुचि दिखाई है, जहां रिटेल कैटेगरी 5.62 गुना सब्सक्राइब हुई है. वहीं QIB कैटेगरी में अब तक केवल 0.03 गुना और NII कैटेगरी में 8.54 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया है. ये आंकड़े 31 अक्टूबर 2025 को शाम 3:44 बजे (दूसरे दिन) तक के हैं.

कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड ₹557 से ₹585 प्रति शेयर तय किया है. एक आवेदन के लिए लॉट साइज 25 शेयरों का रखा गया है। इस हिसाब से रिटेल निवेशकों को न्यूनतम ₹14,625 (25 शेयरों पर, ऊपरी प्राइस बैंड के आधार पर) निवेश करना होगा. वहीं sNII श्रेणी में न्यूनतम 14 लॉट (350 शेयर) के लिए निवेश ₹2,04,750 और bNII श्रेणी में 69 लॉट (1,725 शेयर) के लिए निवेश ₹10,09,125 तय है.

स्टीलबर्ड की तेज है ग्रोथ रेट

वहीं, दूसरी ओर 1992 में स्थापित हुई स्टीलबर्ड हाई-टेक इंडिया लिमिटेड भारत की सबसे पुरानी और स्थापित हेलमेट निर्माताओं में से एक है. कंपनी की रजिस्ट्रेशन ROC दिल्ली में है. Tracxn.com की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2024 तक कंपनी के पास 2,358 कर्मचारी थे, जो इसके व्यापक प्रोडक्ट नेटवर्क और मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को दिखाते हैं.

वित्त वर्ष 2023-24 में स्टीलबर्ड ने 212 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया. खास बात यह है कि कंपनी का EBITDA पिछले साल की तुलना में 81.68 फीसदी बढ़ा है, जबकि इसका बुक नेटवर्थ 40.56 फीसदी तक बढ़ा. यह तेजी कंपनी की प्रोडक्शन कैपेसिटी और ब्रांडिंग की मजबूती का संकेत देती है.

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बिक्री के मोर्चे पर कौन आगे?

बिक्री के मोर्चे पर भी दोनो कंपनी का प्रदर्शन बेहतरीन है. वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में स्टड्स एक्सेसरीज ने कुल 7.4 मिलियन हेलमेट बेचे, जबकि ईटी के रिपोर्ट के मुताबिक, स्टीलबर्ड हाई-टेक इंडिया लिमिटेड ने इससे थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करते हुए 8.7 मिलियन यूनिट्स की बिक्री दर्ज की.

अगर तुलना करें तो स्टड्स एक्सेसरीज की आय और मुनाफा स्टीलबर्ड से कहीं अधिक है. जहां स्टड्स का FY25 में रेवेन्यू लगभग 596 करोड़ रुपये और मुनाफा 69 करोड़ रुपये रहा, वहीं स्टीलबर्ड का FY24 राजस्व 212 करोड़ रुपये था. हालांकि, स्टीलबर्ड की ग्रोथ रेट ज्यादा तेज है, उसका EBITDA करीब 82 फीसदी बढ़ा है, जो बताता है कि कंपनी छोटे बेस से लेकिन तेजी से आगे बढ़ रही है. स्टीलबर्ड, भले ही लिस्टेड नहीं है, लेकिन घरेलू बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.