झींगा-टूना मछली बेचने वाली कंपनी लाएगी IPO, 1700 करोड़ के नए शेयर होंगे जारी, अमेरिका से पोलैंड तक फैला कारोबार
सीफूड कंपनी कैप्टन फ्रेश जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. इसके लिए कंपनी ने गुपचुप तरीके से सेबी को ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया है. कंपनी फ्रेश इश्यू और ओएफएस दोनों जारी करेगी. तो आईपीओ का टोटल साइज कितना होगा, कंपनी क्या करती है, जानें पूरी डिटेल.

Captain Fresh IPO: बेंगलुरु की B2B पैकेज्ड सीफूड कंपनी कैप्टन फ्रेश जिसे ‘इंफिफ्रेश फूड्स लिमिटेड’ के नाम से जाना जाता है, जल्द ही अपने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के जरिए मार्केट में उतरने को तैयार है. कंपनी 350-400 मिलियन डॉलर (लगभग 3000-3500 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना बना रही है. ऐसे में जो लोग आईपीओ के जरिए निवेश की सोच रहे हैं उनके लिए एक और मौका हो सकता है.
सीफूड कंपनी आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ओएफएस दोनों जारी करेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये 1700 करोड़ रुपये (लगभग 200 मिलियन डॉलर) के फ्रेश इश्यू से रकम जुटाने की तैयारी में है. कंपनी के बोर्ड ने पिछले हफ्ते IPO में 1700 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर जारी करने की मंजूरी दी है. इसका जिक्र रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC) में दाखिल दस्तावेजों में सामने आया है. यह कदम कंपनी के निजी से सार्वजनिक कंपनी में बदलने और इसके नाम को ‘इंफिफ्रेश फूड्स प्राइवेट लिमिटेड’ से ‘इंफिफ्रेश फूड्स लिमिटेड’ करने के एक महीने बाद आया है.
क्या है कंपनी का प्लान?
कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास गोपनीय रूप से अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए आवेदन किया है. टाइगर ग्लोबल जैसे बड़े निवेशकों से समर्थित कैप्टन फ्रेश 450 बिलियन डॉलर के वैश्विक सीफूड मार्केट में अपनी टेक्नोलॉजी-आधारित सप्लाई चेन को और मजबूत करना चाहती है. यह IPO कंपनी को 1 बिलियन डॉलर से अधिक के वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न की श्रेणी में ला सकता है.
विदेशों तक फैला कारोबार
2020 में उत्थम गौड़ा की ओर से स्थापित कैप्टन फ्रेश एक टेक्नोलॉजी-आधारित सप्लाई चेन प्लेटफॉर्म है, जो B2B मॉडल के तहत भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों जैसे मध्य पूर्व, यूरोप और अमेरिका में पैकेज्ड सीफूड की सप्लाई करती है. कंपनी झींगा, सैल्मन, टूना, क्रैब, लॉबस्टर और सेफलोपॉड्स जैसे उत्पादों के साथ अमेरिका में CenSea और Ocean Garden, पोलैंड में Koral और फ्रांस में Senecrus जैसे वैश्विक ब्रांड्स अपने नाम किए हैं.
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प्री-IPO राउंड से जुटाई थी रकम
इस साल जनवरी में, कंपनी ने प्री-IPO फंडिंग राउंड में 250 करोड़ रुपये जुटाए थे, जिसमें मौजूदा निवेशक प्रोसस वेंचर्स, एक्सेल और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने नेतृत्व किया. इस राउंड में कई दिग्गजों ने हिस्सा लिया था.
कंपनी की वित्तीय सेहत
FY24 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 71% की उछाल के साथ 1395 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो FY23 में 817 करोड़ रुपये था. साथ ही, इसका नेट लॉस 294 करोड़ रुपये से घटकर 229 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी इस वित्तीय वर्ष में मुनाफे की उम्मीद कर रही है और अगले दो साल में 2 बिलियन डॉलर के राजस्व का लक्ष्य रखती है, जो दो साल में पांच गुना वृद्धि का संकेत देता है.
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