सिर्फ 3 साल में इन 5 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीम्स ने दिया बंपर रिटर्न, निवेशकों की हुई चांदी
10 Best Small Cap Mutual Funds: छोटी कंपनियों के पास अक्सर अपने मिड या लार्जकैप कंपनियों की तुलना में विस्तार करने के लिए अधिक जगह होती है. स्मॉलकैप फंड उन निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त हैं, जिनका निवेश इन्वेस्टमेंट हॉरिजॉन लॉन्ग टर्म का है.
5 Best Small Cap Mutual Funds: स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीम्स ने अपने जोरदार रिटर्न से निवेशकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है. स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड आमतौर पर उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनका मार्केट कैपिटलाइजेशन कम होता है. ये फंड हाई ग्रोथ का लक्ष्य रखते हैं. दरअसल, छोटी कंपनियों के पास अक्सर अपने मिड या लार्जकैप कंपनियों की तुलना में विस्तार करने के लिए अधिक जगह होती है. हालांकि, स्मॉलकैप कंपनियों में निवेश करना उनकी अस्थिरता के कारण अधिक जोखिम भरा भी होता है.
स्मॉलकैप फंड उन निवेशकों के लिए सही साबित हो सकता है, जो लॉन्ग टर्म में बड़े लक्ष्य के लिए निवेश करना चाहते हैं. आइए टॉप-5 स्मॉल कैप फंड पर नजर डालते हैं, जिन्होंने तीन साल में 20 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है.
जोरदार रिटर्न देने वाले टॉप-5 फंड
बंधन स्मॉल कैप फंड: बंधन स्मॉल कैप फंड (डायरेक्ट प्लान) ने तीन साल में निवेशकों को 27.87 फीसदी का रिटर्न दिया है.
आईटीआई स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ: आईटीआई स्मॉल कैप फंड (डायरेक्ट प्लान) ने तीन साल में अपने निवेशकों को 26.47 फीसदी का रिटर्न दिया है.
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ: निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड (डायरेक्ट प्लान) ने तीन साल में अपने निवेशकों को 23.38 फीसदी का रिटर्न दिया है.
टाटा स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ: टाटा स्मॉल कैप फंड (डायरेक्ट प्लान) ने तीन साल में अपने निवेशकों को 24.45 फीसदी का रिटर्न दिया है.
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ: बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड (डायरेक्ट प्लान) ने तीन साल में अपने निवेशकों को 20.33 फीसदी का रिटर्न दिया है.
(25 मार्च 2025 तक AMFI वेबसाइट से लिया गया डेटा)
जोखिम भरा निवेश
किसी भी स्मॉलकैप कंपनी में निवेश करना रिस्क फ्री नहीं होता है, क्योंकि कंपनी की अस्थिरता से निवेशक को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. स्मॉलकैप फंड उन निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त हैं, जिनका निवेश इन्वेस्टमेंट हॉरिजॉन लॉन्ग टर्म का है. हालांकि, उभरती कंपनियों में निवेश करने से काफी लाभ हो सकता है, क्योंकि ये अपने कारोबार का विस्तार करती हैं.
स्मॉल-कैप स्टॉक बाजार में उतार-चढ़ाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, जिससे कीमतों में अधिक अस्थिरता होती है. इसके अलावा कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के चलते मार्केट में गिरावट के दौरान स्मॉल-कैप स्टॉक में पोजीशन से बाहर निकलना चुनौतियों भरा हो सकता है.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव किसी भी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ शेयरों के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले जरूरी है कि आप किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें.
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