SBI ELSS vs HDFC ELSS: किस फंड ने दिया जोरदार रिटर्न, जानें- सबसे पुराने फंड्स के ग्रोथ के आंकड़े

Best Tax Saving Funds: आज मार्केट में लगभग 40 ELSS फंड मौजूद हैं, लेकिन इनमें से दो फंड न केवल सबसे पुराने हैं, बल्कि वैल्यू रिसर्च की 5-स्टार रेटिंग के साथ सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले फंड भी हैं. ये रेगुलर स्कीम्स हैं और इनका नाम SBI ELSS टैक्स सेवर फंड और HDFC ELSS टैक्स सेवर फंड है.

किस फंड ने दिया है बंपर रिर्टन. Image Credit: Getty image

Best Tax Saving Funds: जब भी इनकम टैक्स सेविंग्स के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में वेल्थ जेनरेट करने की बात आती है, तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) फंड्स का नाम जरूर आता है. आज मार्केट में लगभग 40 ELSS फंड मौजूद हैं, लेकिन इनमें से दो फंड न केवल सबसे पुराने हैं, बल्कि वैल्यू रिसर्च की 5-स्टार रेटिंग के साथ सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले फंड भी हैं. ये रेगुलर स्कीम्स हैं और इनका नाम SBI ELSS टैक्स सेवर फंड और HDFC ELSS टैक्स सेवर फंड है.

SBI ELSS टैक्स सेवर फंड

SBI ELSS टैक्स सेवर फंड 31 मार्च 1993 को लॉन्च हुआ था. SBI म्यूचुअल फंड द्वारा प्रबंधित इस योजना ने शुरुआत से ही 17.02 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है. इस आधार पर फंड में एक लाख रुपये का एकमुश्त निवेश 32 साल बाद 1.53 करोड़ रुपये हो जाएगा.

एनुअल ग्रोथ रेट

पिछले 20 वर्षों में इस फंड ने 16.07% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) हासिल किया है. यह ओपन-एंडेड फंड निवेशकों को इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के टैक्स डिडक्शन का क्लेम करने की अनुमति देता है, जो इसे वेल्थ जेनरेट और टैक्स सेविंग दोनों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है.

इस फंड का बेंचमार्क बीएसई 500 TRI है और सेबी रिस्कोमीटर पर इसे ‘बहुत हाई’ रिस्क रेटिंग प्राप्त है, जो दर्शाता है कि यह हाई रिस्क क्षमता वाले निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त है. 31 मई 2025 तक, यह फंड 29,667 करोड़ रुपये के एसेट्स का प्रबंधन कर रहा था. इसका एक्सपेंस रेश्यो 1.58% (30 जून, 2025 तक) है.

HDFC ELSS टैक्स सेवर फंड

HDFC ELSS टैक्स सेवर फंड 31 मार्च 1996 को लॉन्च हुआ था. इसने अपनी शुरुआत से ही 23.35 फीसगदी के प्रभावशाली रिटर्न के साथ लगभग तीन दशकों में एक मजबूत बढ़त बनाई है. इस फंड में 29 साल पहले किया गया 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश आज 4.39 करोड़ रुपये का होता.

मजबूत कंपाउंड एनुअल ग्रोथ

पिछले 20 वर्षों में इस फंड ने 15.33 फीसदी का मजबूत कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) हासिल किया है, जो इसे ELSS फंडों के बीच एक प्रतिस्पर्धी विकल्प बनाता है. यह ओपन-एंडेड फंड इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स कटौती भी प्रदान करता है, जबकि इसका उद्देश्य अलग-अलग इक्विटी निवेशों के जरिए कैपिटल ग्रोथ प्रदान करना है.

निफ्टी 500 TRI के मुकाबले बेंचमार्क किया गया यह फंड सेबी के रिस्कोमीटर पर ‘वेरी हाई रिस्क’ कैटेगरी में आता है. 31 मई 2025 तक यह योजना 16,454 करोड़ रुपये के AUM का प्रबंधन करती है, जो निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है. हालांकि, इसका एक्सपेंस रेश्यो 1.68% (30 जून, 2025 तक) है, जो थोड़ा अधिक है. हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये रिटर्न पिछले प्रदर्शन पर आधारित हैं और भविष्य में समान रिटर्न की गारंटी नहीं देते हैं.

ELSS फंड: बेनिफ्ट्स और नुकसान

  • धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट.
  • केवल 3 साल का लॉक-इन पीरियड, जो सभी टैक्स सेविंग ऑप्शन में सबसे कम.
  • लॉन्ग टर्म इक्विटी बेस्ड ग्रोथ का अवसर.
  • आप SIP के माध्यम से छोटी राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं.
  • इक्विटी बेस्ड होने के कारण, इसमें अस्थिरता देखने को मिल सकती है.
  • 3 साल का लॉक-इन पीरियड
  • निश्चित रिटर्न की कोई गारंटी नहीं
  • बाजार में गिरावट के दौरान नुकसान हो सकता है.

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