Paytm FY 25 Q4 Result: घाटा कम होकर 545 करोड़ पर आया, रेवेन्यू ग्रोथ में 16 फीसदी की गिरावट
फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. FY 25 Q4 में पेटीएम की पैरेंट कंपनी का घाटा कम होकर 545 करोड़ रुपये रह गया है. वहीं, इस दौरान ऑपरेशन से मिलने वाले रेवेन्यू में करीब 16 फीसदी की गिरावट रिपोर्ट की गई है.
Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications का FY 25 Q4 में घाटा कम होकर 545 करोड़ रह गया है. इससे पहले पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में घाटा 551 करोड़ रुपये रहा था. मंगलवार 6 मई को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में पेटीएम ने अपने वित्तीय प्रदर्शन की जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशनल रेवेन्यू में सालाना आधार पर 15.7 फीसदी की कमी आई है, यह घटकर 1,911.5 करोड़ रुपये रह गया है, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 2,267.1 करोड़ रुपये था.
वन 97 कम्युनिकेशंस ने FY25 Q4 के लिए 539.8 करोड़ का कंसोलिडेटेड घाटा रिपोर्ट किया है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 549.6 करोड़ का घाटा हुआ था. पिछली तिमाही के दौरान, कंपनी को 522 करोड़ की एक्सेप्शनल लागत का सामना करना पड़ा है. इस लागत को छोड़कर FY25 Q4 में पेटीएम का घाटा 23 करोड़ था, जबकि UPI इंसेंटिव और एक्सेप्शनल आइटम्स को छोड़कर घाटा 93 करोड़ रहा था.
ESOP पर क्या कहा?
Paytm ने बताया कि उसने FY 25 Q4 में 492 करोड़ का ESOP व्यय किया है. हालांकि, यह खर्च नॉन-कैश कैटेगरी का है, लेकिन इसका असर कंपनी की बैलेंस शीट पर दिख रहा है. इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि रिपोर्ट की गई तिमाही में यह खर्च किए जाने का फायदा यह होगा कि आने वाली तिमाहियों में ESOP व्यय में कमी आएगी.
रेवेन्यू में कमी पर क्या कहा
पेटीएम ने रेवेन्यू में कमी पर कहा कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 1,911 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व हासिल किया, जिसमें वित्तीय सेवाओं से राजस्व में वृद्धि हुई है. इसके साथ ही यूपीआई इंसेंटिव से 70 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. यूपीआई इंसेंटिव को छोड़कर पिछली तिमाही में भुगतान की मात्रा में त्योहारी सीजन की बढ़ोतरी के चलते राजस्व में 1 प्रतिशत की तिमाही वृद्धि हुई है. हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 15.7 फीसदी की कमी आई है.
EBITDA में भी आई कमी
FY 25 Q4 में कंपनी ने ESOP लागत से पहले 81 करोड़ का EBITDA रिपोर्ट किया है. यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 102 करोड़ से 21 फीसदी कम है. इसके साथ ही EBITDA मार्जिन साल दर साल आधार पर 30 बेस पॉइंट घटकर 4 फीसदी रह गया है. इसे लेकर पेटीएम का कहना है, यूपीआई इंसेंटिव्ज को छोड़कर पेमेंट प्रॉसेसिंग मार्जिन हमारे गाइडेंस के मुताबिक 3 बेस पॉंइट से ऊपर बना हुआ है. सरकार की ओर से इंसेंटिव कम करने की वजह से इस वर्ष यूपीआई इंसेंटिव रेवेन्यू कम हुआ है.