RRP Semiconductor की 13000% रैली ने बनाया नया अरबपति, 14 लोगों के पास 94% कंपनी; जानें कितनी हो रही कमाई

RRP Semiconductor Ltd. के शेयरों ने बीते एक साल में 13,000 फीसदी की शानदार रैली दिखाई है, जिसने इसके फाउंडर राजेंद्र कमलकांत चोडणकर को नया अरबपति बना दिया है. कंपनी में संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी नहीं है, जबकि 98.73% शेयर रिटेल निवेशकों के पास हैं.

राजेंद्र कमलकांत चोडणकर Image Credit: Money9 Live

शेयर बाजार में कभी-कभी कुछ ऐसी कंपनियां चमत्कार कर जाती हैं, जिनकी उड़ान देखकर बड़े-बड़े निवेशक भी हैरान रह जाते हैं. ऐसी ही कहानी है RRP Semiconductor Ltd. की, जिसने बीते 18 महीनों में ऐसी रफ्तार पकड़ी कि कंपनी के फाउंडर राजेंद्र कमलकांत चोडणकर सीधे अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं. कंपनी के शेयरों ने सिर्फ एक साल में 13,000% की उछाल दर्ज की है, और इसी रैली ने उन्हें करीब 11,000 करोड़ रुपये की नेटवर्थ का मालिक बना दिया है.

73.96% हिस्सेदारी से बने अरबपति

BSE के आंकड़ों के मुताबिक, चोडणकर के पास कंपनी की 73.96 फीसदी हिस्सेदारी यानी करीब 1,01,50,000 शेयर हैं, जिनकी मौजूदा कीमत लगभग 1.22 बिलियन डॉलर (11,050 करोड़ रुपये) है. दिलचस्प बात यह है कि वे कंपनी में non-executive, non-independent director हैं और उनका नाम प्रमोटर कैटेगरी में नहीं, बल्कि retail shareholder के रूप में दर्ज है.

इतना ही नहीं, वे ग्रुप की दूसरी कंपनी RRP Defence Ltd. में भी 74.23 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं, जिसकी मौजूदा वैल्यू करीब 926 करोड़ रुपये है.

15 रुपये से 10887 रुपये तक की रफ्तार

RRP Semiconductor के शेयरों ने अप्रैल 2024 में मात्र 15 रुपये से उड़ान भरते हुए अक्टूबर 2025 तक 10,887 रुपये का स्तर छू लिया. यानी जो निवेशक 10,000 रुपये का निवेश करते, उनका पैसा आज 71.5 लाख रुपये हो गया होता. हालांकि, कंपनी के शेयरों में ट्रेडिंग वॉल्यूम बेहद कम है, गुरुवार यानी 30 अक्टूबर को सिर्फ 71 शेयरों का लेनदेन हुआ और पिछले दो हफ्तों का औसत 550 शेयरों का रहा.

असाधारण वैल्यूएशन और बाजार में चर्चा

कंपनी का P/E ratio यानी प्राइस-टू-अर्निंग मल्टीपल 1410 गुना है, जबकि निफ्टी 50 का औसत सिर्फ 23 गुना है. इतना ऊंचा वैल्यूएशन देखकर ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने कंपनी को Enhanced Surveillance Measures (ESM) के तहत रखा है. बीएसई ने कहा है कि “कंपनी के वित्तीय आंकड़ों के मुकाबले शेयर की कीमत में असामान्य तेजी” देखी जा रही है.

इस कैटेगरी में आने के बाद कंपनी के शेयरों में अब 100 फीसदी मार्जिन, 2 फीसदी प्राइस बैंड और Periodic Call Auction सिस्टम के तहत ट्रेडिंग होगी.

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रिटेल इन्वेस्टर्स का ही साम्राज्य

सितंबर 2025 तक कंपनी के 98.73 फीसदी शेयर रिटेल इन्वेस्टर्स के पास हैं. इनमें से केवल 14 रिटेल निवेशक ही 93.95 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं. बड़ी बात यह है कि जो शेयर इतना बेतहाशा बढ़ रहे हैं, कोई विदेशी निवेशक, म्यूचुअल फंड या बीमा कंपनी इसमें शामिल नहीं है.

कंपनी ने हाल ही में बताया कि उसकी preferential allotment shares, जो 99 फीसदी कैपिटल का हिस्सा हैं, 31 मार्च 2026 तक लॉक-इन रहेंगे.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.