इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर से 50 लाख की ठगी, कॉपीराइट स्ट्राइक की धमकी देकर किया खेल; साइबर सेल ने शुरू की जांच

जबलपुर के इंफ्लुएंसर अजीम अहमद के साथ 50 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने फेक कॉपीराइट स्ट्राइक और अकाउंट बैन की धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठे. अहमद के पास 57 मिलियन फॉलोअर्स और 96 इंस्टाग्राम पेज हैं. साइबर सेल ने इसे नया साइबर क्राइम ट्रेंड बताया है और इंस्टाग्राम टीम से जांच में मदद मांगी है. यह मामला सोशल मीडिया क्रिएटर्स के लिए सतर्क रहने की बड़ी सीख है.

जबलपुर में 50 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. Image Credit: FREE PIK

Cyber Fraud: जबलपुर के रहने वाले एक मशहूर इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर अजीम अहमद के साथ 50 लाख रुपये की साइबर ठगी हुई है. ठगों ने उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर फेक कॉपीराइट स्ट्राइक और बैन की धमकी देकर पैसे वसूले. यह जबलपुर का पहला ऐसा मामला है जिसमें डिजिटल ब्लैकमेलिंग के जरिये इतनी बड़ी रकम की ठगी हुई है.

कैसे हुआ साइबर फ्रॉड

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अजीम अहमद से ठगों ने कहा कि उनके अकाउंट पर कॉपीराइट स्ट्राइक लगाई जाएगी और उनका पेज डिलीट कर दिया जाएगा. डर के कारण अहमद ने कई बार में कुल 50 लाख रुपये तक इन ठगों को दे दिए. यह पूरा रैकेट इंस्टाग्राम के कंटेंट सिस्टम का गलत इस्तेमाल करके इंफ्लुएंसर्स को ब्लैकमेल कर रहा था.

कौन हैं अजीम अहमद

28 साल के अजीम अहमद जबलपुर के रहने वाले हैं और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से डिजिटल इंफ्लुएंसर बने. उन्होंने 2017 में अपना पहला इंस्टाग्राम पेज बनाया और 2021 के कोविड लॉकडाउन के दौरान इसे तेजी से बढ़ाया. अब उनके पास 96 इंस्टाग्राम पेज हैं जिन पर कुल 57 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

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कैसे हुआ फ्रॉड

अहमद ने बताया कि एक साल से उन्हें फेक कॉपीराइट स्ट्राइक और धमकी भरे मैसेज मिल रहे थे. ठग खुद को मीडिएटर बताते थे और कहते थे कि स्ट्राइक हटाने के लिए उन्हें पैसे देने होंगे. एक कॉलर ने पुणे से बात करते हुए 25 से 30 हजार रुपये की मांग की थी.

साइबर सेल ने की जांच शुरू

जबलपुर साइबर सेल के प्रभारी नीरज नेगी ने बताया कि यह शहर का पहला मामला है जिसमें ठगों ने फेक कंटेंट स्ट्राइक लगाकर पैसे ऐंठे. यह नया साइबर क्राइम ट्रेंड है जिसमें ठग सोशल मीडिया के ऑटोमेटेड सिस्टम का गलत फायदा उठा रहे हैं.

इंस्टाग्राम से मांगी मदद

साइबर सेल ने इंस्टाग्राम की आंतरिक टीम से कॉन्ट्रैक्ट किया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये फेक स्ट्राइक और बैन कैसे लग रहे हैं. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस पूरे रैकेट के पीछे कौन लोग हैं जो क्रिएटर्स को ब्लैकमेल कर रहे हैं.