ओडिसा पुलिस ने साइबर फ्रॉड गैंग का किया पर्दाफाश, म्यूल अकाउंट के जरिये कर रहे थे ठगी; जामताड़ा तक फैला है नेटवर्क

झारसुगुड़ा पुलिस ने 13 सदस्यों वाले एक साइबर फ्रॉड गैंग का भंडाफोड किया है जो म्यूल बैंक अकाउंट के जरिये देश भर में ठगी कर रहा था. गैंग युवाओं से अकाउंट खुलवाकर ATM कार्ड पासबुक और नेट बैंकिंग एक्सेस ले लेता था और इन्हें जामताड़ा भेजकर ठगी का पैसा ट्रांसफर करता था. अब तक 61 म्यूल अकाउंट की पहचान हुई है और 16 लाख 44 हजार रुपये फ्रीज किए गए है.

झारसुगुड़ा पुलिस ने 13 सदस्यों वाले एक साइबर फ्रॉड गैंग का भंडाफोड किया है. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

Cyber Fraud: झारसुगुड़ा पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड गैंग का पर्दाफाश किया है जो म्यूल बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर देश भर के लोगों से ठगी कर रहा था. पुलिस ने इस गैंग के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं. यह गैंग युवाओं को लालच देकर उनके नाम पर बैंक अकाउंट खुलवाता था और फिर उन अकाउंट का इस्तेमाल ठगी का पैसा ट्रांसफर करने में करता था. गिरोह की गतिविधियां झारसुगुड़ा समेत पश्चिमी ओडिशा के कई जिलों में फैली हुई थी. पुलिस जांच में कई अहम जानकारी सामने आई है.

गैंग का मल्टी लेयर नेटवर्क ऐसे करता था काम

पुलिस के अनुसार गैंग पूरी तरह संगठित तरीके से काम करता था. सबसे पहले लोकल युवाओं को जल्दी पैसे का लालच देकर बैंक अकाउंट खुलवाए जाते थे. अकाउंट खुलते ही ATM कार्ड, पासबुक, सिम नंबर और नेट बैंकिंग एक्सेस गैंग के मिडिलमैन को दे दिया जाता था. हर म्यूल अकाउंट के बदले 15000 रुपये दिए जाते थे जिसमें अकाउंट होल्डर को 5000 और मिडियेटर को 10000 रुपये मिलते थे.

छात्र और मजदूर बने शिकार

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गैंग का नेटवर्क झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, राउरकेला सोनपुर और संबलपुर तक फैला था. पुलिस के अनुसार गैंग ज्यादातर छात्रों और दिहाड़ी मजदूरों को निशाना बनाता था. प्रदेश के अलग- अलग इलाकों में कई मिडिलमैन ऐसे अकाउंट की जानकारी जुटाने का काम करते थे और फिर यह जानकारी राज्य से बाहर भेज दी जाती थी.

बाहर से ऑपरेट होता था पूरा रैकेट

जांच में पता चला कि म्यूल अकाउंट की पूरी डिटेल बिहार के जामताड़ा, जैसे ठगी के हब में भेजी जाती थी. वही बैठा गैंग का नेटवर्क इन अकाउंट में ठगी का पैसा मंगाकर उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था. इस तरीके से पैसो की ट्रेल ढूंढना काफी मुश्किल हो जाता था.

16 लाख 44 हजार रुपये फ्रीज

पुलिस ने बताया कि अब तक 61 म्यूल अकाउंट की पहचान हो चुकी है और जांच आगे बढ़ने पर यह संख्या 100 से अधिक हो सकती है. पुलिस ने इन अकाउंट में जमा 16 लाख 44 हजार रुपये को फ्रीज कर दिया है. चार साइबर क्राइम केस इस गैंग से सीधे जुड़े मिले है जो साइबराबाद, गाजीपुर और मेरठ से दर्ज हुए थे.

दो नाबालिग को पुलिस ने पकड़ा

गिरफ्तार 13 लोगों में छह झारसुगुड़ा के तीन संबलपुर के और एक बिहार का व्यक्ति शामिल है जो राउरकेला में रहता था. पुलिस ने इनके पास से कई पासबुक दस्तावेज और ATM कार्ड बरामद किए है. पुलिस अब इस गैंग के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक ढूंढ रही है ताकि पूरा नेटवर्क पकड़ा जा सके.