सरकारी वेबसाइट बनाकर हो रही ठगी, सरकार ने जारी की चेतावनी, इन आसान टिप्स को फॉलो कर रहें सेफ
सरकारी वेबसाइट के नाम पर बढ़ती ठगी लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. ठग नकली साइट बनाकर भरोसेमंद दिखाते हैं और महत्वपूर्ण जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं. इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सावधानी और सही जानकारी के स्रोत का उपयोग करना जरूरी है.

सरकारी या ऑथेंटिक वेबसाइट के नाम पर हो रही ठगी देश में तेजी से बढ़ती साइबर अपराध की एक गंभीर समस्या बन गई है. ठग आधुनिक तकनीक और डिजिटल प्लेटफॉर्म का गलत उपयोग कर लोगों की व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारियां चुराते हैं. सरकारी वेबसाइटें, जैसे आयकर विभाग, आधार, पैन कार्ड, ऊर्जा मंत्रालय आदि, आम जनता के लिए भरोसेमंद संसाधन माने जाते हैं, इसलिए ठग इन्हीं की छवि का दुरुपयोग कर नकली वेबसाइट बनाते हैं.
ये नकली वेबसाइटें बिलकुल असली जैसी दिखती हैं और लोगों को धोखा देकर महत्वपूर्ण जानकारियां देने के लिए मजबूर करती हैं. इसके कारण हजारों लोग हर साल आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं. इस रिपोर्ट में आप कि यह ठगी कैसे होती है और इससे बचने के लिए किन महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करना जरूरी है.
ये ठगी कैसे होती है?
ठग नकली वेबसाइट बनाते हैं जो सरकारी या लोकप्रिय सरकारी विभागों जैसे आयकर, पैन, आधार आदि की वेबसाइट जैसी दिखती हैं. ये वेबसाइट अक्सर ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया के जरिए लिंक भेजकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. लिंक पर क्लिक करते ही यूजर्स को फॉर्म भरने को कहा जाता है. जिसमें बैंक डिटेल्स, आधार नंबर, पैन नंबर, पासवर्ड आदि मांगे जाते हैं. इस जानकारी का उपयोग कर ठग खातों से पैसे निकाल लेते हैं या पहचान की चोरी कर आगे ठगी करते हैं. कई बार ये फर्जी वेबसाइट मोबाइल एप की तरह भी होती हैं जो मोबाइल से डाटा चुराती हैं.
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कैसे रहें सेफ
- केवल सरकारी वेबसाइट का ही उपयोग करें, URL में “.gov.in” या आधिकारिक डोमेन होना चाहिए.
- लिंक किसी अनजान या अविश्वसनीय स्रोत से आए हों तो बिल्कुल ना खोलें.
- अनजान ईमेल या एसएमएस में दी गई किसी भी वेबसाइट पर जानकारी ना भरें.
- मोबाइल में केवल आधिकारिक ऐप ही डाउनलोड करें, गूगल प्ले या ऐप स्टोर से.
- बैंक या सरकारी विभाग से कॉल आने पर अपनी संवेदनशील जानकारी ना दें.
- बार-बार पासवर्ड बदलें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें.
- किसी भी संदिग्ध घटना की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस या साइबर सेल को दें.
ठगी के बाद कहां करें शिकायत?
अगर आप ऑनलाइन ठगी या साइबर अपराध के शिकार हुए हैं, तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिए दो मुख्य तरीकों से शिकायत दर्ज कर सकते हैं. आप हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सीधे कॉल करके साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कर सकते हैं. आप cybercrime.gov.in पर जाकर भी ठगी को रिपोर्ट कर सकते हैं.
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