Microsoft का बड़ा ऐलान! भारत में ही पूरी की जाएगी 365 Copilot AI की डाटा प्रोसेसिंग, जल्द शुरू होगी सेवा
Microsoft ने अपने 365 Copilot AI को लेकर बड़ा ऐलान किया है. 2025 के अंत तक कंपनी 365 Copilot AI की डाटा प्रोसेसिंग भारत में शुरू करने जा रही है. यह बदलाव कंपनी के इन-कंट्री डाटा प्रोसेसिंग पहल के तहत की जा रही है, ताकि सरकारी और रेगुलेटेड सेक्टरों नियमों के मुताबिक लोकल डाटा सिक्योरिटी और हाई परफॉर्मेंस आउटपुट मिल पाएगा.
भारत अब दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल होने जा रहा है, जहां Microsoft अपने 365 Copilot AI के लिए इन-कंट्री डाटा प्रोसेसिंग की सुविधा शुरू करने जा रही है. कंपनी ने बुधवार को इसका ऐलान करते हुए बताया कि 2025 के अंत तक भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और यूनाइटेड किंगडम में यह सुविधा उपलब्ध होगी. इससे भारत में डाटा सॉवरेनिटी, सिक्योरिटी और लोकलाइजेशन के प्रयासों को बड़ा बल मिलेगा.
देश की सीमाओं के भीतर होगा काम
Microsoft के Office 365 एंटरप्राइज और क्लाउड इंजीनियरिंग के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट पॉल लोरिमर ने बताया कि इस कदम के तहत भारतीय यूजर्स के प्रॉम्प्ट, रिस्पॉन्स और इंटरैक्शन अब देश की सीमाओं के भीतर प्रोसेस किए जाएंगे. यानी Copilot के उपयोग के दौरान बना डाटा अब विदेश नहीं जाएगा. यह कदम खास तौर पर उन सरकारी संस्थाओं और रेगुलेटेड इंडस्ट्रीज के लिए अहम है, जहां डाटा सॉवरेनिटी और कंप्लायंस चिंता का विषय होते हैं.
सरकार और कंपनियों का बढ़ेगा भरोसा
देश में बढ़ते डाटा लोकलाइजेशन के फोकस को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम एक बड़ा संकेत माना जा रहा है. इससे सरकारी विभागों, वित्तीय संस्थानों और हेल्थकेयर जैसे संवेदनशील सेक्टरों को स्थानीय स्तर पर डाटा गवर्नेंस और सिक्योरिटी का भरोसा मिलेगा. इसके साथ ही डाटा देश के भीतर प्रोसेस होने से लेटेंसी घटेगी और Copilot की प्रतिक्रिया और भी तेज होगी, यानी Word, Excel, Outlook या Teams जैसे ऐप्स में काम का अनुभव और स्मूथ होगा.
2026 तक 15 देशों में विस्तार
माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि भारत समेत चार देशों में 2025 में सेवा शुरू होने के बाद, 2026 में 11 और देशों को इस लिस्ट में शामिल किया जाएगा. इनमें अमेरिका, जर्मनी, इटली, कनाडा, मलेशिया, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड और UAE शामिल हैं. कंपनी फिलहाल 27 देशों में इन-कंट्री डेटा रेजिडेंसी सुविधा देती है और यूरोप में EU डेटा बाउंड्री के तहत क्षेत्रीय डेटा स्टोरेज का पालन करती है.
भारत प्राथमिक बाजार
माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम इस बात का संकेत है कि कंपनी भारत को अपने AI इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्तार के लिए प्राथमिक बाजार मान रही है. Copilot की इन-कंट्री प्रोसेसिंग के बाद भारत में एंटरप्राइज यूजर्स को न सिर्फ बेहतर डाटा सुरक्षा मिलेगी, बल्कि AI बेस्ड प्रोडक्टिविटी टूल्स का उपयोग भी तेज और विश्वसनीय होगा.
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