फेड गवर्नर लिसा कुक पर गिरी ट्रंप की गाज, एक झटके में किया बर्खास्त; क्या अमेरिकी सेंट्रल बैंक पर चाहते हैं कंट्रोल!

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को पद से हटा दिया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पत्र में यह बात कही. ट्रंप ने कहा कि लिसा ने दो अलग-अलग संपत्तियों को एक ही समय में अपनी प्राइमरी रेजिडेंस के रूप में दिखाया. यह विवाद तब शुरू हुआ जब फेडरल हाउसिंग फाइनेंस एजेंसी के निदेशक बिल पुल्टे ने 20 अगस्त को लिसा पर मॉर्गेज धोखाधड़ी का आरोप लगाया.

ट्रंप ने फेडरल बोर्ड की गवर्नर को किया बर्खास्त Image Credit: Money 9 Live

Fed Governor Lisa Cook: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को पद से हटा दिया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पत्र में यह बात कही. ट्रंप ने कहा कि लिसा ने मॉर्गेज फ्रॉड (घर लोन में धोखाधड़ी) की है, इसलिए उन्हें तुरंत हटाया जा रहा है. यह एक बड़ा कदम है, क्योंकि फेडरल रिजर्व एक स्वतंत्र संस्था है और राष्ट्रपति का इस तरह हस्तक्षेप करना असामान्य है. ट्रंप ने अपने पत्र में लिखा कि उनके पास संयुक्त राज्य के संविधान और फेडरल रिजर्व एक्ट 1913 के तहत यह अधिकार है कि वे लिसा को हटा सकते हैं.

अलग-अलग संपत्तियों को प्राइमरी रेजिडेंस के रूप में दिखाया

ट्रंप ने कहा कि लिसा ने दो अलग-अलग संपत्तियों को एक ही समय में अपनी प्राइमरी रेजिडेंस के रूप में दिखाया. यह गलत है. ट्रंप ने दावा किया कि लिसा ने मिशिगन में एक संपत्ति के लिए एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया, जिसमें कहा गया कि यह उनका मेन घर होगा. लेकिन दो हफ्ते बाद, उन्होंने जॉर्जिया में एक दूसरी संपत्ति के लिए भी यही दावा किया. ट्रंप ने कहा कि यह असंभव है कि लिसा को अपने पहले दस्तावेज की जानकारी नहीं थी.

क्या है पूरी कहानी

यह विवाद तब शुरू हुआ जब फेडरल हाउसिंग फाइनेंस एजेंसी के निदेशक बिल पुल्टे ने 20 अगस्त को लिसा पर मॉर्गेज धोखाधड़ी का आरोप लगाया. इसके बाद ट्रंप ने तुरंत लिसा से इस्तीफा मांग लिया और कहा कि अगर वह इस्तीफा नहीं देतीं, तो उन्हें निकाल दिया जाएगा. लिसा ने जवाब दिया कि वह किसी के दबाव में इस्तीफा नहीं देंगी. ट्रंप का यह कदम फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है. फेडरल रिजर्व एक्ट 1913 के अनुसार, राष्ट्रपति किसी गवर्नर को केवल उचित कारण से हटा सकते हैं. अगर लिसा इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाती हैं, तो यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सकता है.

अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की भी कर चुके हैं आलोचना

ट्रंप पहले भी फेडरल रिजर्व और इसके अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की आलोचना कर चुके हैं. वे चाहते हैं कि फेड ब्याज दरें कम करे, लेकिन पॉवेल ने इस दबाव का विरोध किया है. ट्रंप के इस कदम के बाद अमेरिकी डॉलर का मूल्य थोड़ा कम हुआ और सोने की कीमत में थोड़ी बढ़ोतरी हुई. यह मामला फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता और ट्रंप के प्रभाव को लेकर चर्चा का विषय बन गया है.

ये भी पढ़े: 15777 करोड़ का ऑर्डर बुक… अब मिला एक और प्रोजेक्ट , रेखा झुनझुनवाला का भी लगा है पैसा; 3 साल में दिया 530% रिटर्न