सही रोटेशन पैटर्न बढ़ा देगा टायर की लाइफ, जानें क्या है तरीका; हजारों की होगी बचत
क्या आप जानते हैं कि सही टायर रोटेशन पैटर्न अपनाने से आपके टायरों की लाइफ दोगुनी तक बढ़ सकती है? गलत पैटर्न से टायर जल्दी घिस जाते हैं और आपको महंगे रिप्लेसमेंट पर हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. जानें कौन-सा पैटर्न आपकी गाड़ी के लिए सही है और क्यों नियमित टायर रोटेशन जरूरी है.

Tyre Rotation: अगर आप वाहन मालिक हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. क्या आप जानते हैं कि नियमित और सही पैटर्न से टायर रोटेशन करवाने से आपके टायरों की लाइफ पहले से दोगुनी तक बढ़ सकती है? अक्सर लोग टायरों की देखभाल के इस महत्वपूर्ण पहलू को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके कारण टायर जल्दी घिस जाते हैं और उन्हें समय से पहले बदलना पड़ता है, जिससे आपके पैसे की बर्बादी होती है. यह जानकारी हर वाहन मालिक के लिए बेहद उपयोगी है. अब आपको किसी से पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी कि टायर रोटेशन किस पैटर्न में किया जाता है. चाहे आपके पास कोई भी गाड़ी हो, सही पैटर्न अब आपके सामने है.
क्यों किया जाता है टायर रोटेशन
टायर रोटेशन का मुख्य उद्देश्य सभी चारों टायरों के घिसाव को समान रूप से बराबर करना है. वाहन के वजन और ड्राइविंग की आदतों के कारण, सामने और पीछे के टायर अलग-अलग रेशियो से घिसते हैं. नियमित रोटेशन से यह सुनिश्चित होता है कि कोई एक टायर दूसरे से अधिक न घिसे, जिससे टायरों की आयु बढ़ जाती है, गाड़ी का परफॉर्मेंस बेहतर रहता है और सुरक्षा भी बनी रहती है.
क्या है टायर रोटेशन पैटर्न
अब सवाल उठता है कि क्या सभी गाड़ियों के लिए टायर रोटेशन का पैटर्न एक जैसा होता है? जवाब है- ‘नहीं’.
टायर रोटेशन का सही पैटर्न आपके वाहन की ड्राइव सिस्टम पर निर्भर करता है.
- Front-Wheel Drive (FF Vehicle): इन गाड़ियों में सामने के टायर तेजी से घिसते हैं. इनके लिए सामने के टायरों को सीधे पीछे और पीछे के टायरों को क्रॉस करके आगे लगाने का पैटर्न अपनाया जाता है.
- Rear-Wheel Drive (FR Vehicle): इन वाहनों में पीछे के टायर ज्यादा घिसते हैं. इनके लिए पीछे के टायरों को सीधे आगे और सामने के टायरों को क्रॉस करके पीछे लगाने का पैटर्न अपनाया जाता है.
- Full-Time 4WD Vehicle: ऐसी व्हीकल्स के लिए क्रॉस पैटर्न सबसे प्रभावी माना जाता है, जिसमें सामने के टायरों को उलटी दिशा में पीछे और पीछे के टायरों को सीधी दिशा में आगे लगाया जाता है.
- Part-Time 4WD Vehicle: इनके लिए आम तौर पर वही पैटर्न अपनाया जाता है, जो रियर-व्हील ड्राइव वाहनों के लिए होता है.
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