2026 में भारतीय डाक करने वाला है धमाका, सिर्फ 24 घंटों में डिलीवर करेगा देश के हर कोने में पार्सल

भारतीय डाक विभाग 2026 में एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है. जनवरी से देशभर में ‘सिंगल-डे स्पीड डिलीवरी’ शुरू होगी, जिसके तहत किसी भी पार्सल को सिर्फ 24 घंटों में देश के किसी भी कोने में पहुंचाया जाएगा. इसके साथ ही 48 घंटे की गारंटीड डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के लिए लास्ट माइल डिलीवरी भी शुरू होगी. डाक विभाग ने अमेरिका के लिए अंतर्राष्ट्रीय सर्विस भी फिर से शुरू कर दी हैं.

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India Post: नए साल 2026 की आहट के साथ ही भारतीय डाक विभाग एक नए युग में प्रवेश करने जा रहा है. देश की यह सदियों पुरानी संस्था अब आधुनिक लॉजिस्टिक्स की दुनिया में एक बड़ा धमाका करने को तैयार है. टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार, 17 अक्टूबर को घोषणा की कि जनवरी 2026 तक भारतीय डाक देशभर में ‘सिंगल-डे स्पीड डिलीवरी’ की शुरुआत करेगा. इसका सीधा मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति या व्यवसाय किसी भी डाकघर से पार्सल भेजेगा और वह पार्सल महज 24 घंटे के भीतर देश के किसी भी कोने में पहुंच जाएगा. यह एक क्रांतिकारी कदम है, खासकर तब जबकि वर्तमान में डाक विभाग की सबसे तेज सेवा में भी पार्सल डिलीवरी में तीन से पांच दिन का समय लग जाता है.

करेगी लास्ट माइल डिलीवरी

यह पहल सिर्फ एक दिन की डिलीवरी तक सीमित नहीं है. मंत्री सिंधिया ने इसके दायरे को और विस्तार से समझाया. जनवरी 2026 तक महानगरों और राज्यों की राजधानियों के बीच चलने वाली एक विशेष सेवा में 48 घंटों के भीतर गारंटीड डिलीवरी की सुविधा भी शुरू की जाएगी.

यह कदम शहरी केंद्रों के बीच तेज गति से व्यापारिक और व्यक्तिगत लेन-देन को नया विस्तार देगा. इसके अलावा, मार्च 2026 तक का लक्ष्य और भी महत्वाकांक्षी है. भारतीय डाक, Amazon और Flipkart जैसे दिग्गज ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के लिए ‘लास्ट माइल डिलीवरी’ की जिम्मेदारी निभाने लगेगा.

फिर से बहाल हुई अंतर्राष्ट्रीय डाक सर्विस

इस नई गति के साथ, भारतीय डाक ने अपनी वैश्विक उपस्थिति को फिर से मजबूत करना शुरू कर दिया है. लगभग दो महीने के निलंबन के बाद, 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए सभी प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय डाक सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं. इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक और व्यक्तिगत संपर्कों को नई गति मिलने की उम्मीद है.

मजबूत है नेटवर्क

भारतीय डाक की सबसे बड़ी ताकत उसका अभूतपूर्व नेटवर्क है. यह दुनिया के सबसे बड़े डाक नेटवर्कों में से एक है, जो 1,64,999 डाकघरों का संचालन करता है. सरकार का दावा है कि इसकी व्यापक उपस्थिति यह सुनिश्चित करती है कि भारत के हर गांव के 5 किलोमीटर के दायरे में एक डाकघर उपलब्ध हो. इस पहुंच का मतलब है कि अधिकांश भारतीयों के लिए, चाहे वे कितनी भी दूर क्यों न रहते हों, बचत, बीमा, सरकारी योजनाओं और डिजिटल सेवाओं तक पहुंच आसान है.

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