Gold Rate today: सोने-चांदी में भारी गिरावट, ₹1600 से ज्‍यादा सस्‍ता हुआ गोल्‍ड, US फेड के फैसले के बाद बढ़ी बिकवाली

सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट का दौर जारी है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से रेट कटौती पर लिए गए फैसलों के बाद सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ गया है. जिससे 30 अक्‍टूबर को सोना सस्‍ता हो गया है. वहीं चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है. तो कितना सस्‍ता हुआ सोना-चांदी यहां करें चेक.

सोने की कीमत Image Credit: Canva/ Money9

Gold and Silver price today: रिकॉर्ड हाई बनाने वाले सोने-चांदी की कीमतें पिछले तीन से चार दिनों से लगतार लुढ़क रही हैं. ये सिलसिला गुरुवार, 30 अक्‍टूबर को भी जारी है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी घोषणा के बाद सोने-चांदी के रेट में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. कमोडिटी मार्केट लाल निशान पर कारोबार करता नजर आया. मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज यानी MCX पर सोना आज 1.40% लुढ़ककर 118,973 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. यानी 30 अक्‍टूबर को एमसीएक्‍स पर गोल्‍ड 1693 रुपये सस्‍ता हो गया है.

एमसीएक्‍स पर चांदी में भी भारी गिरावट देखी गई. ये 1351 रुपये लुढ़ककर 144,730 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. इसमें 0.92 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में भी सोने पर दबाव देखने को‍ मिला. गुरुवार को स्‍पॉट गोल्‍ड 0.86 फीसदी गिरकर 3,933 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता नजर आया.

फेड पॉलिसी के बाद पलटा पासा

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी घोषणा के बाद निवेशकों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया. जिसके चलते सोने-चांदी की कीमतें लुढ़क गईं, जिससे निवेशकों को झटका लगा. फेड ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन भविष्य में दर कटौती की संभावना को कम कर दिया, जिससे डॉलर इंडेक्स में मजबूती आई. मजबूत डॉलर ने सोने और चांदी जैसी कमोडिटी पर दबाव डाला. इसी के साथ ही ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच ट्रेड डील पर अनिश्चितता ने सुरक्षित निवेश की मांग को थोड़ा कमजोर किया.

रिटेल में कहां पहुची कीमत?

तनिष्‍क की वेबसाइट के मुताबिक 30 अक्‍टूबर को 24 कैरेट सोना ₹12284 पर मिल रहा था, वहीं 29 अक्‍टूबर को भी इसके यही रेट थे. यानी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. जबकि 22 कैरेट सोने की कीमतें ₹11260 दर्ज की गई. बुलियन वेबसाइट के मुताबिक रिटेल में चांदी के भाव 30 अक्‍टूबर को 145,190 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई. आज ये 1360 रुपये सस्‍ता हुआ है.

Source: Tanishq

क्‍या है अनुमान?

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर डॉलर की यह तेजी बनी रही, तो सोना और चांदी फिसल सकती है. लेकिन अगर ट्रेड टेंशन बढ़ी, तो सोना फिर उछाल मार सकता है. फिलहाल निवेशकों के लिए सतर्क रहने का समय है.