गिरते-बढ़ते बाजार में भी उड़ता रहा म्यूचुअल फंड निवेश, जुलाई में 81% की बढ़ोतरी; इन फंड्स का रहा बोलबाला
AMFI के जुलाई 2025 के आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 42,702 करोड़ रुपये का नेट इन्वेस्टमेंट हुआ, जो जून की तुलना में 81 फीसदी ज्यादा है. थीमैटिक, फ्लेक्सी कैप, स्मॉल और मिड कैप फंड्स में भारी निवेश के कारण म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 75.36 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए.

Mutual Fund Investment Surges: जुलाई महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों का उत्साह जोर पकड़ता दिखा. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से सोमवार, 11 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी फंड्स में नेट इन्वेस्टमेंट 81 फीसदी की जबरदस्त तेजी के साथ 42,702 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो जून में 23,587 करोड़ रुपये था. यह 53वें महीने लगातार इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लगातार नेट निवेश जारी रहने का संकेत है.
किन फंड्स का योगदान रहा सबसे ज्यादा?
इस उछाल के पीछे थीमैटिक और फ्लेक्सी कैप फंड्स में भारी योगदान रहा. जुलाई में थीमैटिक फंड्स ने सबसे अधिक 9,426 करोड़ रुपये की पूंजी जोड़ी, जबकि फ्लेक्सी कैप फंड्स में 7,654 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. इसके अलावा, स्मॉल कैप फंड्स ने 6,484 करोड़ रुपये, मिड कैप फंड्स ने 5,182 करोड़ रुपये, और लार्ज एंड मिड कैप फंड्स ने 5,035 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त किया. लार्ज कैप फंड्स में भी 2,125 करोड़ रुपये का नेट इन्वेस्टमेंट दर्ज हुआ.
पहले से कितना बढ़ा निवेश?
कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड उद्योग में जुलाई में कुल 1.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो जून के 49,000 करोड़ रुपये और मई के 29,000 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है. इस निवेश प्रवाह ने इंड्स्ट्री के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) को 75.36 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिया, जो जून के 74.4 लाख करोड़ रुपये से बड़ा है.
प्रमुख बेंचमार्क का कैसा रहा प्रदर्शन?
पिछले एक महीने में निफ्टी 50 2.34 फीसदी टूट चुका है. वहीं सेंसेक्स में भी 2.45 फीसदी की गिरावट आई है. लेकिन इसी दौरान म्यूचुअल फंड में निवेश के आंकड़ों में दमदार तेजी देखी गई है.
“निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाए”
Smallcase के मैनेजर और SmartWealth AI के फाउंडर और प्रिंसिपल रिसर्चर पंकज सिंह ने AMFI के आंकड़ों पर कहा, “जुलाई 2025 के आंकड़े भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की मजबूती और निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाते हैं. कुल 1.78 लाख करोड़ रुपये के नए निवेश से यह पता चलता है कि बाजार में विविधता और समझदारी के साथ निवेश हो रहा है. इक्विटी फंड्स में 42,702 करोड़ रुपये की भारी बढ़ोतरी और थीमैटिक/सेक्टोरल योजनाओं में 18 गुना निवेश बढ़ोतरी इस बात का प्रमाण है कि निवेशक अब विषय-विशेष पर फोकस कर रहे हैं. इसके साथ ही 45 नए योजनाओं के लॉन्च से निवेशकों के लिए विकल्प और अधिक बढ़े हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “जैसे-जैसे बाजार परिपक्व हो रहा है, हम देख रहे हैं कि लिक्विड स्कीम्स में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जो सुरक्षा और लिक्विडिटी की मांग को दर्शाता है. निवेशकों को सलाह है कि वे अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं, क्योंकि यह लंबी अवधि में जोखिम कम करने और बेहतर रिटर्न हासिल करने का रास्ता है.”
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