इस मल्टीबैगर कंपनी को विदेश से धड़ाधड़ मिल रहे ऑर्डर, नतीजे भी दमदार, MOFS दे चुका है Buy रेटिंग

एक भारतीय कंपनी जो पानी के क्षेत्र में दशकों से काम कर रही है, अब अचानक निवेशकों और ब्रोकरेज की नजरों में आ गई है. हाल के घटनाक्रमों ने इसके ग्रोथ के संकेत दे दिए हैं. कौन सी है ये कंपनी और क्यों मच रहा है इसके नाम का शोर? पढ़िए पूरी खबर.

भारत से लेकर सऊदी तक इस वॉटर कंपनी का जलवा

VA Tech Wabag Share: वै टेक वॉबैग उन चंद भारतीय कंपनियों में से एक है जो पानी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहचान बना चुकी हैं. हाल के महीनों में कंपनी ने ऑर्डर बुक, अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स और तिमाही नतीजों के मोर्चे पर लगातार ऐसा प्रदर्शन किया है जिसने निवेशकों और विश्लेषकों दोनों का ध्यान खींचा है. बेंगलुरु से लेकर सऊदी अरब तक मिले नए टेंडर, पहली तिमाही में मुनाफे में 20 फीसदी की छलांग और डिविडेंड जैसे फैसलों के बीच अब ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने भी इस शेयर को ‘BUY’ रेटिंग दी है. संकेत साफ हैं- VA Tech Wabag एक बार फिर मार्केट एक्सपर्ट्स के रडार पर है.

बेंगलुरु से मिला नया ऑर्डर, घरेलू मार्केट में मजबूत उपस्थिति

कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) से लगभग 380 करोड़ रुपये का ठेका हासिल किया है. यह प्रोजेक्ट कर्नाटक वॉटर सिक्योरिटी एंड डिजास्टर रेजिलियंस प्रोग्राम के तहत बेंगलुरु के बोम्मनहल्ली क्षेत्र में चार अलग-अलग साइट्स पर एडवांस वेस्टवॉटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) की स्थापना से जुड़ा है.

इस प्रोजेक्ट में टर्शियरी ट्रीटमेंट सुविधाएं, बायोगैस जनरेशन, सोलर स्लज ड्राइंग बेड्स, इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन और पाइपलाइन कार्य भी शामिल हैं. कंपनी को इसे 30 महीनों के भीतर पूरा करना है, जिसके बाद अगले 10 वर्षों तक इसका संचालन और रखरखाव (O&M) भी कंपनी ही करेगी.

सऊदी अरब से लगातार मिले हैं दो अंतरराष्ट्रीय मेगा ऑर्डर

जहां घरेलू बाजार में कंपनी अपनी उपस्थिति को और पुख्ता कर रही है, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे दो बड़े ठेके सऊदी अरब में मिले हैं.

  1. Yanbu Desalination Plant Project

24 जुलाई को VA Tech Wabag को सऊदी अरब के यानबू में 300 मिलियन लीटर प्रतिदिन (MLD) क्षमता वाले Sea Water Reverse Osmosis (SWRO) Desalination Plant का ठेका मिला. 2332 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में डिजाइन, इंजीनियरिंग, आपूर्ति, निर्माण और कमिशनिंग जैसे काम शामिल हैं. यह प्रोजेक्ट सऊदी वाटर अथॉरिटी की ओर से सौंपा गया है और कंपनी के लिए यह एक ग्रीनफील्ड मेगा प्रोजेक्ट की कैटेगरी में आता है.

  1. Al Haer Sewage Treatment Project

इससे पहले फरवरी में कंपनी को रियाद के Al Haer क्षेत्र में 200 MLD की क्षमता वाले इंडिपेंडेंट सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (ISTP) का EPC कॉन्ट्रैक्ट मिला था. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3,251 करोड़ रुपये है, जिसे मियाहोना कंपनी (लीड), माराफिक और NV Besix SA की साझेदारी में विकसित किया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट सऊदी वाटर पार्टनरशिप कंपनी (SWPC) मॉनिटर कर रही है.

Q1 नतीजे: लाभ और मार्जिन, दोनों में मजबूती

कंपनी के हालिया तिमाही नतीजों ने इसकी वित्तीय सेहत को और भरोसेमंद बनाया है.

  • राजस्व: ₹32.9 अरब (FY24 से 15% अधिक)
  • नेट इनकम: ₹2.95 अरब (20% की वृद्धि)
  • प्रॉफिट मार्जिन: 9.0% (FY24 के 8.6% से बेहतर)
  • EPS (Earnings Per Share): ₹47.48 (FY24 में ₹39.49 था)

डिविडेंड का भी हुआ ऐलान

कंपनी ने 21 मई 2025 को हुई बोर्ड बैठक में FY25 के लिए 4 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है. इसके लिए रिकॉर्ड डेट 5 अगस्त 2025 तय की गई है. डिविडेंड का भुगतान, AGM में अप्रूवल के बाद, 10 सितंबर 2025 तक विभिन्न माध्यमों से किया जाएगा.

Motilal Oswal ब्रोकरेज ने दी खरीद सलाह

Motilal Oswal Financial Services ने VA Tech Wabag पर कवरेज शुरू करते हुए ‘BUY’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 1900 रुपये रखा है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 1595 रुपये है, ऐसे में अगर यह टारगेट आंकड़े को छू लेता है तो निवेशकों को प्रति शेयर 19 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा मिलेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी:

  • एक एसेट-लाइट मॉडल पर काम करती है और उसका फोकस EPC और O&M जैसे हाई मार्जिन सेगमेंट्स पर है.
  • 25-30 फीसदी की बिड-विन रेशियो के साथ क्वालिटी प्रोजेक्ट्स चुनती है.
  • FY21-25 के दौरान PAT में 28 फीसदी CAGR हासिल कर चुकी है, और FY25-28 के लिए 23 फीसदी CAGR की उम्मीद है.
  • 13,700 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक और 20,000 करोड़ रुपये की संभावित बिड पाइपलाइन से आने वाले वर्षों में 15-20% की ग्रोथ बनी रह सकती है.
  • Free Cash Flow FY25-28 में हर साल 350 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.

डिस्क्लेमर: यह खबर केवल सूचना के उद्देश्य से तैयार की गई है. इसमें दी गई किसी भी कंपनी या शेयर पर चर्चा निवेश सलाह नहीं मानी जानी चाहिए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें. शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है.