एक तरफ FIIs बाजार से निकाल रहे पैसा, लेकिन इन दो कंपनियों में बढ़ाई 60% से ज्यादा हिस्सेदारी; चेक करें फंडामेंटल
जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच FIIs ने करीब 2.56 लाख करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाल लिए. यह इतना बड़ा आउटफ्लो था कि इससे लगा कि विदेशी निवेशकों का भारतीय मार्केट पर भरोसा कमजोर पड़ रहा है. लेकिन इसी कठिन समय में कुछ ऐसे स्टॉक्स भी थे जिन्होंने विदेशी निवेशकों का ध्यान बनाए रखा. इनमें FIIs की हिस्सेदारी 60 फीसदी से भी ज्यादा है. इसलिए यह समझना दिलचस्प है कि ऐसे समय में भी विदेशी निवेशक इन्हें क्यों पसंद कर रहे हैं. आइए विस्तार से जानते है.
FIIs bought these 2 stocks: साल 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए FIIs यानी विदेशी निवेशकों के लिहाज से अच्छा नहीं रहा. जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच FIIs ने करीब 2.56 लाख करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाल लिए. यह इतना बड़ा आउटफ्लो था कि इससे लगा कि विदेशी निवेशकों का भारतीय मार्केट पर भरोसा कमजोर पड़ रहा है. लेकिन इसी कठिन समय में कुछ ऐसे स्टॉक्स भी थे जिन्होंने विदेशी निवेशकों का ध्यान बनाए रखा.
कुछ कंपनियों में FIIs ने न केवल अपनी हिस्सेदारी बनाए रखी, बल्कि उसे बढ़ाया भी. आज हम ऐसी ही दो बड़ी कंपनियों 360 ONE WAM और Redington के बारे में बात कर रहे हैं, जिनमें FIIs की हिस्सेदारी 60 फीसदी से भी ज्यादा है. दोनों अपने-अपने सेक्टर की मजबूत और लीडर कंपनियां हैं, इसलिए यह समझना दिलचस्प है कि ऐसे समय में भी विदेशी निवेशक इन्हें क्यों पसंद कर रहे हैं.
360 ONE WAM
360 ONE WAM को पहले IIFL Wealth Management के नाम से जाना जाता था. यह भारत की सबसे बड़ी वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है. कंपनी सालों से HNI ग्राहकों के लिए wealth advisory, PMS और financial distribution जैसे काम करती है. इसका मार्केट कैप लगभग 43914 करोड़ रुपये है. कंपनी का मार्केट कैप करीब 43914 करोड़ रुपये है. दिलचस्प बात यह है कि मार्च 2020 में जहां कंपनी में FIIs की हिस्सेदारी सिर्फ 20 फीसदी थी, वहीं साल 2025 में यह 65 फीसदी तक पहुंच गई. बाजार से विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे थे. वहीं, 360 ONE WAM में उनकी हिस्सेदारी लगातार बढ़ती रही. इसका कारण कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति है.
| साल | FII Holding |
|---|---|
| Mar-20 | 20% |
| Mar-23 | 64% |
| Sep-25 | 65.9% |

कंपनी का रेवेन्यू पिछले 5 सालों में 1521 करोड़ रुपये से बढ़कर 3684 करोड़ हो गया. EBITDA भी 823 करोड़ से बढ़कर 2391 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. सबसे बड़ी बात, कंपनी का नेट प्रॉफिट 40 फीसदी की तेज ग्रोथ रेट के साथ 201 करोड़ रुपये से बढ़कर 1015 करोड़ रुपये हो गया. शेयर प्राइस ने भी पिछले 5 सालों में 350 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. इतना ही नहीं, कंपनी का डिविडेंड यील्ड 1.11 फीसदी है, जो इंडस्ट्री एवरेज 0.3 फीसदी से काफी ज्यादा है. कंपनी हमेशा अच्छा डिविडेंड देती है और उसका payout ratio भी काफी हाई यानी 157 फीसदी है. यही वजह है कि विदेशी निवेशक इसे पसंद कर रहे हैं.
Redington Ltd
Redington Ltd IT और मोबाइल प्रोडक्ट्स की डिस्ट्रीब्यूशन में भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. यह Apple, Dell, HP जैसे ग्लोबल ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स की सप्लाई चैन संभालती है और साथ में आफ्टर-सेल्स सर्विस और लॉजिस्टिक्स भी प्रदान करती है. इसका मार्केट कैप लगभग 23942 करोड़ रुपये है. Redington में FIIs की हिस्सेदारी लगभग 62 फीसदी है. सबसे बड़े निवेशकों में Synnex Technology, Fidelity, MIT और Vanguard जैसी बड़े ग्लोबल फंड्स शामिल हैं.

कंपनी के वित्तीय आंकड़े भी काफी मजबूत हैं. FY20 से FY25 के बीच कंपनी की सेल्स 51465 करोड़ रुपये से बढ़कर 99334 करोड़ रुपये हो गई. नेट प्रॉफिट 534 करोड़ रुपये से बढ़कर 1821 करोड़ रुपये हो गया, यानी 18 फीसदी की बढ़िया ग्रोथ. शेयर ने भी पिछले 5 सालों में करीब 378 फीसदी रिटर्न दिया है. Redington का डिविडेंड यील्ड भी 2.21 फीसदी है. कंपनी हर साल अच्छा डिविडेंड देती है और payout ratio 37 फीसदी है.
विदेशी निवेशक क्यों रुचि दिखा रहे हैं?
FIIs आमतौर पर उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो लगातार मुनाफा कमा रही हों, सेक्टर की लीडर हों, लंबे समय में स्थिर और मजबूत बिजनेस मॉडल रखती हों और निवेशकों को अच्छा डिविडेंड देती हों. 360 ONE WAM और Redington दोनों ही कंपनियां इन सभी शर्तों पर खरी उतरती हैं. दोनों की financial growth मजबूत है, मार्केट में लीडर हैं और डिविडेंड भी बढ़िया देते हैं. शायद इसी वजह से जब बाकी बाजार में विदेशी पैसा निकल रहा था, इन दोनों स्टॉक्स में उनकी दिलचस्पी बनी रही.
क्या इन स्टॉक्स को खरीदना चाहिए?
यह फैसला हर निवेशक को अपनी रिस्क प्रोफाइल और रिसर्च के आधार पर खुद लेना चाहिए. लेकिन इतना जरूर है कि दोनों कंपनियां मजबूत, स्थिर और लगातार रिटर्न व डिविडेंड देने वाली हैं. इसलिए इन्हें अपनी वॉचलिस्ट में रखना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है!
डेटा सोर्स: Groww, Trendlyne, BSE, FE
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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