Zydus vs Rubicon: अमेरिका में किस देसी दवा कंपनी का दबदबा, कितनी है कमाई ,ग्रोथ में कौन दिखा रहा दम
भारत का फार्मास्युटिकल सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है. Zydus Lifesciences अपने स्पेशलिटी प्रोडक्ट्स, बायोलॉजिक्स और MedTech में विस्तार कर रही है और FY26 में 30+ प्रोडक्ट लॉन्च की योजना है. Rubicon Research US में ब्रांडेड स्पेशलिटी और जेनेरिक प्रोडक्ट्स को प्रमोट कर रही है और UK, Canada जैसे नए मार्केट में एंट्री की तैयारी में है.

Zydus Life Sciences vs Rubicon Research: भारत का फार्मास्युटिकल सेक्टर इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है. ग्लोबल डिमांड, मजबूत एक्सपोर्ट और इनोवेशन पर फोकस ने इंडस्ट्री को नए मुकाम पर पहुंचा दिया है. FY25 में भारत के फार्मा एक्सपोर्ट 30 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर गया. इस ग्रोथ स्टोरी में दो कंपनियां सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, Zydus Lifesciences और Rubicon Research. एक ओर Zydus अपने इनोवेशन और डोमेस्टिक मार्केट में लीडरशिप दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर Rubicon US मार्केट में तेजी से उभर रही है. आइए जानते हैं कौन कंपनी रेस में आगे निकल रही है
इनोवेशन और बिजनेस मॉडल में बड़ा फर्क
Zydus Lifesciences एक इंटीग्रेटेड ग्लोबल लाइफ साइंसेज कंपनी है, जो रिसर्च से लेकर मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग तक पूरे वैल्यू चेन में काम करती है. कंपनी अपने एनुअल रेवेन्यू का 7–8% R&D में निवेश करती है और US में 5वीं सबसे बड़ी जेनेरिक कंपनी है. इसका रेवेन्यू का लगभग 47 फीसदी हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है.
वहीं, Rubicon Research पूरी तरह से US जैसे रेगुलेटेड मार्केट पर फोकस करती है. FY25 में 98.49% रेवेन्यू सिर्फ US से आया. कंपनी जटिल और कम कंपटीशन वाले स्पेशल प्रोडक्ट्स पर ध्यान देकर 70% से ज्यादा ग्रॉस मार्जिन बनाए हुए है.
रेवेन्यू में Zydus की बढ़त, लेकिन Rubicon की ग्रोथ तेज
कंपनी | FY25 रेवेन्यू (₹ करोड़) | FY25 YoY ग्रोथ |
---|---|---|
Zydus Lifesciences | ₹2,32,415 | 19% |
Rubicon Research | ₹12,842 | 50.4% |
Zydus ने मजबूत फंडामेंट ग्रोथ दिखाई, खासकर US और इंडिया फॉर्म्युलेशन में. वहीं Rubicon ने कम बेस से तेज उछाल लिया, FY23 से FY25 के बीच CAGR 75.89% रहा.
प्रॉफिटेबिलिटी में Zydus का दबदबा
Zydus ने FY25 में 30.4% का EBITDA मार्जिन हासिल किया और नेट प्रॉफिट ₹47,451 मिलियन तक पहुंच गया. यह मार्जिन इंडियन फॉर्म्युलेशन और कंज्यूमर वेलनेस से आया. Rubicon FY23 में घाटे में थी, लेकिन FY24 से मुनाफे में लौटी और FY25 में ₹1,343 मिलियन का नेट प्रॉफिट कमाया. EBITDA मार्जिन भी 20% से ऊपर पहुंच गया.
ग्रोथ प्लान में कौन आगे
Zydus अपने स्पेशलिटी प्रोडक्ट्स, बायोलॉजिक्स CDMO और MedTech में बड़े पैमाने पर विस्तार कर रही है. कंपनी FY26 में 30 से अधिक प्रोडक्ट लॉन्च करने की योजना बना रही है. तो वहीं, Rubicon US में ब्रांडेड स्पेशलिटी और जेनेरिक प्रोडक्ट्स को तेजी से प्रमोट कर रही है और UK, Canada जैसे नए मार्केट्स में एंट्री की तैयारी कर रही है.
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इन्वेस्टर्स के लिए क्या है रिस्क फैक्टर?
दोनों कंपनियां USFDA रेगुलेशन पर निर्भर हैं. कोई भी इंस्पेक्शन इश्यू ग्रोथ को झटका दे सकता है. US मार्केट में प्राइसिंग प्रेशर दोनों के मार्जिन को प्रभावित कर सकता है. पेटेंट एक्सपायरी और कानूनी चुनौतियां भी सेक्टर में आम जोखिम हैं.
पारंपरिक ताकत बनाम उभरता चैलेंजर
Zydus Lifesciences अपने इनोवेशन, डाइवर्सिफाइड मॉडल और बड़े रेवेन्यू बेस के साथ सेक्टर की लीडर बनी हुई है. दूसरी तरफ, Rubicon Research अपनी निचे फोकस और तेज ग्रोथ के दम पर एक मजबूत चैलेंजर बनकर उभरी है. लॉन्ग टर्म में दोनों के मॉडल अलग हैं, Zydus स्थिर और स्केल्ड ग्रोथ दे सकती है, जबकि Rubicon में हाई ग्रोथ लेकिन ज्यादा रिस्क की संभावना है.
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