Apple ने टाटा ग्रुप के साथ बढ़ाई साझेदारी, अब सौंप दिया iPhone रिपेयरिंग का भी कारोबार

Apple-Tata Group: टाटा समूह पहले से ही दक्षिण भारत में तीन प्लांट में स्थानीय और विदेशी बाजारों के लिए iPhone असेंबल कर रहा है, जिनमें से एक में iPhone के कुछ कॉम्पोनेंट भी बनाए जा रहे हैं. दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट भारत में रिपेयर का बाजार तेजी से बढ़ने वाला है.

Apple और टाटा ग्रुप की साझेदारी. Image Credit: Getty image

Apple-Tata Group: एप्पल ने अपने तेजी से बढ़ते भारतीय बाजार में आईफोन और मैकबुक डिवाइस की रिपेयरिंग का काम संभालने के लिए टाटा समूह को अपने साथ जोड़ा है. यह अमेरिकी टेक दिग्गज की सप्लाई चेन में भारतीय समूह की बढ़ती भूमिका का संकेत है. चूंकि एप्पल मैन्युफैक्चरिंग के लिए चीन से बाहर निकलने की योजना बना रही है. टाटा तेजी से एप्पल के प्रमुख सप्लायर के रूप में उभरा है. टाटा समूह पहले से ही दक्षिण भारत में तीन प्लांट में स्थानीय और विदेशी बाजारों के लिए iPhone असेंबल कर रहा है, जिनमें से एक में iPhone के कुछ कॉम्पोनेंट भी बनाए जा रहे हैं.

ईटी ने दो सूत्रों के हवाले से लिखा कि अपनी नई पार्टनरशिप विस्तार में टाटा ताइवान की विस्ट्रॉन की भारतीय यूनिट, आईसीटी सर्विस मैनेजमेंट सॉल्यूशंस से टेक ओवर ले रही है और अपने कर्नाटक आईफोन असेंबली कैंपस से बिक्री के बाद की मरम्मत का काम करेगी.

रिपेयरिंग का बाजार

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट भारत में रिपेयर का बाजार तेजी से बढ़ने वाला है, क्योंकि iPhone की बिक्री आसमान छू रही है. काउंटरपॉइंट रिसर्च का अनुमान है कि पिछले साल भारत में करीब 11 मिलियन iPhone बिके, जिससे Apple को 7 फीसदी बाजार हिस्सेदारी मिली, जबकि 2020 में यह सिर्फ 1 फीसदी थी. नए कॉन्ट्रैक्ट से एप्पल का टाटा पर बढ़ते विश्वास का संकेत मिलता है, क्योंकि उसे विश्व की सबसे वैल्यूएबल स्मार्टफोन कंपनी से और अधिक कारोबार हासिल करने की उम्मीद है.

अमेरिका में बिकेंगे भारत में बने iPhone

चीन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के खतरे के बीच, भारत भी iPhone एक्सपोर्ट के लिए एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है. Apple के सीईओ टिम कुक ने कहा है कि जून तिमाही के दौरान अमेरिका में बिकने वाले अधिकांश iPhone भारत की फैक्ट्रियों में बनाए जाएंगे. ट्रंप ने कतर की यात्रा के दौरान एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने कुक (टिम कुक) से बात कर उन्हें बताया कि वह एप्पल के प्रोडक्ट्स भारत में बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं.

ग्लोबल प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी

सरकारी सूत्रों के अनुसार, iPhone के ग्लोबल प्रोडक्शन का 15 फीसदी भारत से आता है. फॉक्सकॉन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन इंडिया (टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की मेजॉरिटी हिस्सेदारी वाली) आईफोन बनाने में लगी हुई हैं. फॉक्सकॉन ने एक्सपोर्ट के लिए तेलंगाना में एप्पल एयरपॉड्स की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू कर दी है.

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