ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस क्या है? PhonePe को हाल ही में RBI से मिली मंजूरी, यहां जानें पूरी डिटेल
PhonePe को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की अंतिम मंजूरी मिल गई है. फोनपे एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है. ऐसे में आइए जानते है कि ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस क्या है और यह कैसे काम करता है.

PhonePe को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की अंतिम मंजूरी मिल गई है. फोनपे एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है. इस मंजूरी से फोनपे अब ऑनलाइन व्यापारियों, खासकर छोटे और मध्यम व्यवसायों (SMEs) को अपनी सेवाएं दे सकेगा. RBI की मंजूरी फोनपे को देश भर के छोटे-बड़े व्यवसायों को सुरक्षित और भरोसेमंद पेमेंट प्रोसेसिंग समाधान प्रदान करने में मदद करेगी.
ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस क्या है?
ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर (PA) लाइसेंस वह अनुमति है जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) उन कंपनियों को देता है जो ऑनलाइन व्यापारियों को ग्राहकों से भुगतान स्वीकार करने में मदद करती हैं. ये कंपनियां, जैसे PhonePe, Razorpay, या Google Pay, ग्राहकों से पैसे लेती हैं और उन्हें व्यापारियों तक पहुंचाती हैं. इससे व्यापारियों को अपना खुद का पेमेंट सिस्टम बनाने की जरूरत नहीं पड़ती. RBI ने PA लाइसेंस इसलिए शुरू किया ताकि डिजिटल भुगतान करने वाली कंपनियों पर नजर रखी जा सके.
पहले ये कंपनियां बैंकों के साथ काम करती थीं और RBI का सीधा नियंत्रण नहीं था. अब लाइसेंस के जरिए RBI मनी लॉन्ड्रिंग या संदिग्ध लेनदेन पर निगरानी रखता है. PA लाइसेंस के लिए कंपनी के पास 2021 में 15 करोड़ और 2023 में 25 करोड़ रुपये की नेटवर्थ होनी चाहिए. ये कंपनियां शिकायतें, रिफंड, और KYC जैसी चीजों का ध्यान रखती हैं. बड़ी कंपनियां जैसे Zomato और Amazon PA लाइसेंस ले रही हैं ताकि पेमेंट प्रोसेसिंग का खर्च बचा सकें. इससे वे ग्राहकों को बेहतर अनुभव दे सकती हैं और अपने पेमेंट सिस्टम को नियंत्रित कर सकती हैं.
पेमेंट एग्रीगेटर एक merchants और customers के बीच ऑनलाइन पेमेंट के प्रोसेस को आसान बनाती है. यह एक middleman के रूप में काम करता है. ग्राहक चाहे क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करे, डेबिट कार्ड से, UPI से या वॉलेट से, पेमेंट एग्रीगेटर सभी ऑप्शन को एक ही मंच पर जोड़कर बिजनेसमैन को देता है.
CBO युवराज सिंह शेखावत ने क्या कहा?
रिपोर्ट के हवाले से फोनपे के CBO युवराज सिंह शेखावत ने कहा, “RBI की मंजूरी से फोनपे अब छोटे और मध्यम व्यवसायों को आसान और सस्ती पेमेंट सेवाएं दे सकेगा. हमारा लक्ष्य उन व्यवसायों को सपोर्ट करना है, जो पहले डिजिटल पेमेंट से वंचित थे.” उन्होंने आगे कहा कि फोनपे बड़े और नए उभरते व्यवसायों को एक साथ सेवा देगा”.
फोनपे का पेमेंट गेटवे बिजनेस को अपने ग्राहकों से सुरक्षित और आसान तरीके से पेमेंट लेने की सुविधा देता है. यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को तेज और सुगम चेकआउट अनुभव प्रदान करता है. इसके अलावा, फोनपे की फास्ट ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया और डेवलपर-फ्रेंडली एप्लिकेशन और प्लग-इन्स बिजनेस को जल्दी से जोड़ने में मदद करते हैं. इससे व्यापारियों के पेमेंट सक्सेस रेट बढ़ते हैं.
Phonepe के लिए एक बड़ा कदम
फोनपे का डिजिटल पेमेंट ऐप अगस्त 2016 में लॉन्च हुआ था. अगस्त 2025 तक, इस ऐप के 65 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. यह 4.5 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों के नेटवर्क को सपोर्ट करता है. फोनपे हर दिन 36 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है और इसका वार्षिक कुल पेमेंट मूल्य (TPV) 150 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है. यह मंजूरी फोनपे के लिए एक बड़ा कदम है. अब यह छोटे व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट की दुनिया में लाने में मदद करेगा. फोनपे का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय डिजिटल पेमेंट को अपनाएं और अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकें.
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