अमेरिकी मंदी को नहीं रोक पाएंगे ट्रंप! Moody’s की बड़ी चेतावनी, भारत का ग्रोथ अब भी बरकरार

क्या ट्रंप की नीतियों के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी की कगार पर खड़ी है? मूडीज एनालिटिक्स के चीफ इकोनॉमिस्ट Mark M. Zandi का कहना है कि हाल ही में आए आर्थिक आंकड़े परेशान करने वाले हैं. कंज्यूमर स्पेंडिंग बेहद कम है, मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में सिकुड़न देखने को मिल रही है, नौकरियों में कमी का खतरा बना हुआ है और महंगाई फिर से बढ़ रही है. सरकार के पास इस बार अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए विकल्प भी कम हैं.

हालांकि, टेक्नोलॉजी सेक्टर में उम्मीद है. एआई और ऑटोमेशन की डिमांड बनी हुई है और कंपनियां क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर तथा साइबर सिक्योरिटी में अच्छा निवेश कर रही हैं. अमेरिकी टेक कंपनियां केवल घरेलू टैलेंट पर निर्भर नहीं करतीं; वे वैश्विक स्तर पर टैलेंट हायर करती हैं. लेकिन अमेरिका की इमिग्रेशन पॉलिसियां टेक इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

भारत के आईटी सेक्टर की बात की जाए तो नैसकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में 5.1 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है और अगले साल यह सेक्टर $300 बिलियन डॉलर के पार पहुंचने की संभावना है. इसका बड़ा हिस्सा सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट से आता है. भारत की तेजी के तीन बड़े फैक्टर हैं. इंजीनियरिंग आर एंड डी, बड़ी कंपनियों के ऑपरेशंस का भारत में विस्तार और एआई का तेजी से अपनाया जाना. अनुमान है कि इस साल 1.26 लाख नई नौकरियां टेक सेक्टर में पैदा होंगी, जिससे कुल वर्कफोर्स 58 लाख तक पहुंच जाएगा.