इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान पर किया हमला, न्यूक्लियर साइट और कई सैन्य ठिकानों को किया तबाह

शुक्रवार 13 जून को सुबह-सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में इजराइल ने कई जगहों पर हमले किए. इससे वहां धमाकों की आवाज़ सुनाई दी. इजराइल के रक्षा मंत्री ने कहा कि ये हमले पहले से किए गए थे और अब ईरान से जवाबी मिसाइल या ड्रोन हमले का डर है जो इजराइल के लोगों पर हो सकता है.

इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान में किए हमले Image Credit: Money 9

Israel-Iran War News Updates: दुनिया के कई देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. रूस, यूक्रेन कई सालों से आमने-सामने हैं. वहीं, इजराइल और तुर्की के बीच भी लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ एशिया में पाकिस्तान और भारत के बीच भी तनातनी है. ऐसे में दुनिया में विश्व युद्ध का खतरा बढ़ गया है. दरअसल, शुक्रवार 13 जून को सुबह-सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में इजराइल ने कई जगहों पर हमले किए. इससे वहां धमाकों की आवाज सुनाई दी. इजराइल के रक्षा मंत्री ने कहा कि ये हमले पहले से किए गए थे और अब ईरान से जवाबी मिसाइल या ड्रोन हमले का डर है जो इजराइल के लोगों पर हो सकता है. अभी ये नहीं पता कि हमलों में क्या निशाना बनाया गया.

सैन्य और परमाणु ठिकानों को भी बनाया निशाना

इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान पर बम बरसाए. इजराइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया. खबरों के मुताबिक तेहरान में सुबह-सुबह धमाकों की आवाज सुनी गई. इजराइल ने कहा कि वह तेहरान द्वारा मिसाइल और ड्रोन हमले की आशंका में इमरजेंसी की स्थिति घोषित कर रहा है. इजराइल के एक सैन्य अधिकारी ने रॉयटर्स को कहा कि इजराइल दर्जनों परमाणु और सैन्य टारगेट पर हमला कर रहा है. इस हमले के बाद इराक ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया. अब इराक के सभी हवाई अड्डे बंद हैं और कहीं से कोई उड़ान नहीं हो रही.

इजराइल ने जारी किया बयान

ईरान के सरकारी अखबार नूर न्यूज ने कहा कि शुक्रवार सुबह तेहरान में धमाके की खबर थी. रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिका की कोई भागीदारी नहीं थी. इजराइल के इस हमले से तनाव बहुत बढ़ गया है. इजराइल की सेना ने इस हमले पर बयान जारी किया. IDF ने कहा, “कुछ समय पहले IDF ने ईरान के न्यूक्लियर साइट पर सटीक हमला किया. यह ईरान के लगातार हमलों के जवाब में किया गया. IDF और संबंधित अधिकारी हर स्थिति के लिए तैयार हैं. इजराइल ने आगे कहा कि ईरान का शासन वर्षों से इजराइल के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है. साथ ही परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहा है.