भारत से पंगा पाक को पड़ा भारी, डेड जोन में चिनाब नदी, फसलें बर्बाद; किसानों का इस्लामाबाद की ओर कूच

पाकिस्तान को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. सिंधु जल संधि स्थगित होने के बाद चिनाब नदी का जल प्रवाह 92 फीसदी तक कम हो गया है, जिससे देश की 40 फीसदी फसल नष्ट हो चुकी है. पंजाब और सिंध प्रांतों के 6.5 करोड़ लोग इस संकट से प्रभावित हैं, जबकि किसानों को 2200 अरब रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.

पाकिस्तान को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. Image Credit: Getty Images

Water crisis in Pakistan: पाकिस्तान को भारत से पंगा लेना अब महंगा पड़ने लगा है.हालात ऐसे हो गए हैं कि पूरे देश में पानी की भारी किल्लत हो रही है.देश की 40 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है, जिसकी वजह से किसान रो रहे हैं. दावा है कि पानी की कमी से 2000 अरब पाकिस्तानी रुपये से ज्यादा का नुकसान हो गया है.लेकिन ऐसा लग रहा है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.तभी तो कई किसान संगठनों ने इस्लामाबाद कूच का ऐलान किया है. ऐसे में पाकिस्तान में जनता सड़कों पर आ रही है और उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है.

चिनाब में 92 फीसदी पानी घटा

भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने के बाद पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों में पानी की भारी कमी देखी जा रही है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा असर चिनाब नदी पर देखने को मिल रहा है, जिसमें बहाव में 92 फीसदी की कमी देखी जा रही है.जहां 20 मई से पहले इसमें जल प्रवाह 98,000 क्यूसेक था, अब यह सिर्फ 7,200 क्यूसेक रह गया है.कई जगहों पर तो नदी एकदम सूख गई है. हर दिन नदी का पानी कम होता जा रहा है और कहीं-कहीं इसका लेवल 3000 क्यूसेक यानी डेड लेवल पर जा चुका है.जिसकी वजह से पंजाब और सिंध प्रांत में 40 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद हो चुकी हैं.

6.5 करोड़ लोग चिनाब पर निर्भर

सिंधु की सहायक नदी चिनाब पर पाकिस्तान के दो प्रांत सिंध और पंजाब के 6.5 करोड़ लोग सिंचाई के लिए निर्भर हैं. पानी की कमी से किसान बेहाल हो चुके हैं और उनका गुस्सा पाकिस्तान की सेना और सरकार पर फूट रहा है. किसान संगठन पाकिस्तान किसान इत्तेहाद ने इस्लामाबाद कूच करने का ऐलान किया है. संगठन का दावा है कि पानी की कमी से सिर्फ गेहूं की फसल में 2200 अरब रुपये का नुकसान हुआ है, जो कि एग्रीकल्चर का 32.15 फीसदी है.अगर पानी की कमी इसी तरह बनी रही तो यह आंकड़ा 4500 अरब रुपये तक पहुंच सकता है.

बाढ़ का भी खतरा

जहां पाकिस्तान अभी सूखे का दंश झेल रहा है, वहीं पाकिस्तान की इंडस वाटर रिवर सिस्टम अथॉरिटी ने अलर्ट जारी किया है कि मानसून आने पर देश भर में बाढ़ आ सकती है.अथॉरिटी का कहना है कि मानसून की वजह से भारत अपने सभी डैम से पानी छोड़ सकता है, जिससे नदियों में पानी का स्तर सामान्य लेवल से बढ़ सकता है और खेतों में पानी जमा हो सकता है.

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बांधों में भी नहीं बचा पानी

पाकिस्तान में पानी की कमी इतनी बढ़ गई है कि इसके डैम में भी पानी की कमी आ गई है.दुनिया का सातवां सबसे बड़ा डैम मंगला डैम में भी पानी की भारी कमी आ गई है.इसके अलावा तरबेला डैम की हालत भी गंभीर है.दोनों डैम में पानी आधे से भी कम हो गया है.मंगला डैम में अपनी क्षमता 59 लाख एकड़ फुट पानी की जगह मात्र 27 लाख एकड़ फुट ही पानी बचा है.