बिहार को 6000 करोड़ की सौगात, इन जिलों के लिए 4 लेन हाई वे की मंजूरी; इस रेल ट्रैक का होगा दोहरीकरण
केंद्रीय कैबिनेट ने बिहार को बड़ा तोहफा दिया है. 6000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले दो अहम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. इसमें साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सेक्शन के 4-लेन हाइवे और बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया रेलवे लाइन के दोहरीकरण शामिल हैं. इन प्रोजेक्ट्स से बिहार में रेलवे और रोड कनेक्टिविटी मजबूत होगी. यात्रा समय घटेगा, माल ढुलाई क्षमता बढ़ेगी और पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी.

Bihar infrastructure projects: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार यानी 24 सितंबर को कैबिनेट कमिटी ऑन इकनॉमिक अफेयर्स की बैठक हुई. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. इसमें बिहार से संबंधित दो बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. इससे बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी और परिवहन सुविधा में भी इजाफा होगा. इन दोनों प्रोजेक्ट पर 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया जाएगा. आइए जानते हैं कि इन प्रोजेक्ट पर कहां-कहां काम होने वाला है.
साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सेक्शन के 4-लेन निर्माण को मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने बिहार में एनएच-139W के साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सेक्शन के 4-लेन निर्माण को हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर मंजूरी दी है. इस परियोजना की कुल लंबाई 78.942 किलोमीटर और लागत 3,822.31 करोड़ रुपये है. प्रस्तावित चार-लेन ग्रीनफील्ड परियोजना का उद्देश्य राज्य की राजधानी पटना और बेतिया के बीच संपर्क को बेहतर बनाना है.
इससे उत्तर बिहार के वैशाली, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले भारत-नेपाल सीमा से जुड़ जाएंगे. यह परियोजना सात पीएम गति शक्ति आर्थिक नोड्स, छह सामाजिक नोड्स, आठ लॉजिस्टिक नोड्स और नौ प्रमुख पर्यटन व धार्मिक केंद्रों को जोड़ेगी.
इसके तहत केसरिया बुद्ध स्तूप (साहेबगंज), सोमेश्वरनाथ मंदिर (अरेराज), जैन मंदिर और विश्व शांति स्तूप (वैशाली), तथा महावीर मंदिर (पटना) जैसे प्रमुख विरासत और बौद्ध पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे बिहार के बौद्ध सर्किट और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन क्षमता को मजबूती मिलेगी.
प्रस्तावित ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट 100 किमी/घंटा की डिजाइन स्पीड के मुकाबले 80 किमी/घंटा की औसत वाहन स्पीड को सपोर्ट करेगा. इससे साहेबगंज और बेतिया के बीच कुल यात्रा समय मौजूदा विकल्पों की तुलना में 2.5 घंटे से घटकर 1 घंटा रह जाएगा.
बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया सिंगल रेलवे लाइन सेक्शन के दोहरीकरण को मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने बिहार में बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया सिंगल रेलवे लाइन सेक्शन (104 किमी) के दोहरीकरण को मंजूरी दी है. इसकी कुल लागत लगभग 2,192 करोड़ रुपये है. यह परियोजना बिहार के चार जिलों को कवर करेगी और भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में लगभग 104 किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी. यह परियोजना राजगीर (शांति स्तूप), नालंदा, पावापुरी जैसे प्रमुख स्थलों को रेल कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगी, जहां देशभर से तीर्थयात्री और पर्यटक आते हैं.
मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं से लगभग 1,434 गांव और करीब 13.46 लाख की आबादी तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी. कोयला, सीमेंट, क्लिंकर, फ्लाई ऐश आदि वस्तुओं के परिवहन के लिए यह रूट महत्वपूर्ण है. इस परियोजना से 26 MTPA (मिलियन टन प्रति वर्ष) की अतिरिक्त माल ढुलाई संभव होगी.
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